कन्नौज। जिले एक दर्जन से अधिक राजकीय नलकूपों के खराब होने से सैकड़ों बीघा फसल सिंचाई के अभाव में सूख रही है। ग्रामीण प्राइवेट नलकूपों से सिंचाई को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता व जिलाधिकारी को शिकायती पत्र दिए पर कार्रवाई नहीं हुई। शुक्रवार को अपर जिलाधिकारी रमेश चंद्र यादव को नलकूप संख्या-6 जगतपुर छिबरामऊ के ग्रामीण शिवांगी, होरीलाल, शक्ती सिंह, मनोज सिंह, देवू सिंह सहित अन्य ने शिकायती पत्र देकर नलकूप को सही कराए जाने की मांग रखी। मानीमऊ प्रतिनिधि के मुताबिक क्षेत्र में 40 नंबर सैय्यदपुर सकरी, 41 सकरी खुर्द, 32 मड़हरपुर, 15 लीलापुर्वा, 66 नेरा, 129 रामपुर मुढ़ेरी, 67 सुल्तनापुर, 20 मोचीपुर, 24 आंटी, 134 दंदौरा, 22 महमूदपुर बीजा, 52 नंबर बंशरामऊ तकनीकी खामियों व विद्युत समस्याओं के चलते खराब पड़े हैं। इन नलकूपों के खराब होने से सैकड़ों बीघा फसल सिंचाई से प्रभावित है। ग्रामीणों का कहना है कि वह कई बार सिंचाई विभाग के दफ्तर में गए लेकिन अधिशाषी अभियंता से मुलाकात नहीं हो सकी।
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पाइप लाइन डालकर छोड़ दिए
गुगरापुर। ग्राम पंचायत चचासांडा में करीब पांच माह पहले राजकीय नलकूप का निर्माण किया गया। नलकूप की बोरिंग कराई गई। खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन डालने का कार्य शुरू हुआ। विभाग ने लाइन डालने के लिए खेतों के आसपास नाली की खुदाई करा दी। इसके बाद विभाग ने काम बंद करा दिया। प्रधान गौरा देवी ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा। जांच टीम भी लिखा पढ़ी कर वापस लौट आई। ग्रामीण अजय पाल सिंह, संतोष कुमार सिंह, वेदपाल, जगमोहन पाल, अनिल कुमार सिंह, गुलाब सिंह, संतराम पाल, रामआसरे, सुरेश, देवेंद्र सिंह ने उच्चाधिकारियों से मांग रखी कि पाइप लाइन का कार्य जल्द खत्म करा दिया जाए। पूर्व प्रधान सत्यापाल ने कहा कि कार्रवाई न हुई तो ग्रामीण अनशन को बाध्य होंगे।