कन्नौज। दो विधायकों सहित कई नेताओं की सिफारिश के बावजूद जब सहायक बेसिक शिक्षाधिकारी (एबीएसए) का तबादला नहीं हुआ तो प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष ने अध्यापकों के साथ लखनऊ पहुंचकर गत बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके आवास पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री कार्यालय से जिला प्रशासन को निर्देश जारी होने के बाद एबीएसए को उमर्दा से कन्नौज स्थानांतरित कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि उमर्दा के निवर्तमान एबीएसए केएल वर्मा से शिक्षक संघ का लंबे समय से टकराव चला आ रहा था। बसपा शासनकाल में एबीएसए का विभिन्न आरोपों के चलते उमर्दा से कई बार स्थानांतरण हुआ, लेकिन बीएसए को हर बार अपना निर्णय बदलना पड़ा था। शिक्षक नेताओं ने समायोजन सूची में भारी गड़बड़ी की एबीएसए के खिलाफ प्रशासनसे शिकायत की। आरोप लगाया गया कि एक विशेष वर्ग के शिक्षकों का समायोजन दूरस्थ विद्यालयों में कर दिया गया है। प्रशासन ने एबीएसए का स्थानांतरण सौरिख कर दिया। पिछले महीने एबीएसए पुन: उमर्दा स्थानांतरित हो गए। शिक्षक नेताओं को यह बात नागवार गुजरी। दोबारा विरोध शुरू हो गया। तिर्वा विधायक विजय बहादुर पाल, सदर विधायक अनिल दोहरे, पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव, प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष प्रमोद यादव सहित अन्य शिक्षक नेताओं ने लखनऊ पहुंचकर तीन बार जनता दरबार में मुख्यमंत्री से एबीएसए के स्थानांतरण की सिफारिश की। फिर भी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष प्रमोद यादव शिक्षकों के साथ बुधवार 16 मई को मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गए और गेट पर फरियाद के लिए रोष जताने लगे। सुरक्षा कर्मियों से सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकल आए और उन्होंने शिक्षक नेताओं की बात सुनने के बाद तबादले का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद 17 मई को एबीएसए केएल वर्मा को कन्नौज स्थानांतरित कर उमर्दा का अतिरिक्त प्रभार डिप्टी बीएसए केबी श्रीवास्तव को सौंप दिया गया। एबीएसए प्रवीण दीक्षित का स्थानांतरण सौरिख हो गया है और एबीएसए मुक्तेश गुप्ता जलालाबाद, गुगरापुर दोनों क्षेत्रों की दायित्व संभालेंगे।
कन्नौज। दो विधायकों सहित कई नेताओं की सिफारिश के बावजूद जब सहायक बेसिक शिक्षाधिकारी (एबीएसए) का तबादला नहीं हुआ तो प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष ने अध्यापकों के साथ लखनऊ पहुंचकर गत बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके आवास पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री कार्यालय से जिला प्रशासन को निर्देश जारी होने के बाद एबीएसए को उमर्दा से कन्नौज स्थानांतरित कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि उमर्दा के निवर्तमान एबीएसए केएल वर्मा से शिक्षक संघ का लंबे समय से टकराव चला आ रहा था। बसपा शासनकाल में एबीएसए का विभिन्न आरोपों के चलते उमर्दा से कई बार स्थानांतरण हुआ, लेकिन बीएसए को हर बार अपना निर्णय बदलना पड़ा था। शिक्षक नेताओं ने समायोजन सूची में भारी गड़बड़ी की एबीएसए के खिलाफ प्रशासनसे शिकायत की। आरोप लगाया गया कि एक विशेष वर्ग के शिक्षकों का समायोजन दूरस्थ विद्यालयों में कर दिया गया है। प्रशासन ने एबीएसए का स्थानांतरण सौरिख कर दिया। पिछले महीने एबीएसए पुन: उमर्दा स्थानांतरित हो गए। शिक्षक नेताओं को यह बात नागवार गुजरी। दोबारा विरोध शुरू हो गया। तिर्वा विधायक विजय बहादुर पाल, सदर विधायक अनिल दोहरे, पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव, प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष प्रमोद यादव सहित अन्य शिक्षक नेताओं ने लखनऊ पहुंचकर तीन बार जनता दरबार में मुख्यमंत्री से एबीएसए के स्थानांतरण की सिफारिश की। फिर भी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष प्रमोद यादव शिक्षकों के साथ बुधवार 16 मई को मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गए और गेट पर फरियाद के लिए रोष जताने लगे। सुरक्षा कर्मियों से सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकल आए और उन्होंने शिक्षक नेताओं की बात सुनने के बाद तबादले का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद 17 मई को एबीएसए केएल वर्मा को कन्नौज स्थानांतरित कर उमर्दा का अतिरिक्त प्रभार डिप्टी बीएसए केबी श्रीवास्तव को सौंप दिया गया। एबीएसए प्रवीण दीक्षित का स्थानांतरण सौरिख हो गया है और एबीएसए मुक्तेश गुप्ता जलालाबाद, गुगरापुर दोनों क्षेत्रों की दायित्व संभालेंगे।