कन्नौज। राज्य मंत्री बाल विकास पुष्टाहार एवं बेसिक शिक्षा वसीम अहमद ने कहा कि शिक्षक अब स्कूल भवन निर्माण की जिम्मेदारी से मुक्त होंगे। साथ ही प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षा पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं तो इसका लाभ बच्चों को मिलना चाहिए। राज्य मंत्री गुरुवार को कन्नौज में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
राज्य मंत्री वसीम अहमद ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री का क्षेत्र होने के नाते कन्नौज वीवीआईपी श्रेणी में है। यहां की जनता को सरकार की योजनाओं का लाभ अवश्य मिले इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि छह माह में प्रदेश में सुधार दिखने लगेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की विद्यालय में शत प्रतिशत उपस्थित की जिम्मेदारी बीएसए की होगी। एक सवाल के जवाब में कहा कि सभी जिलों में शिक्षकों की कमी है, इसे पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बिजली फिटिंग के बाद भी पंखे और कंप्यूटर ग्राम प्रधान, प्रधानाध्यापकों के घरों में रखे हैं। इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को भवन निर्माण की जिम्मेदारी देने की परंपरा समाप्त की जा रही है। किसी संस्था के माध्यम से स्कूलों का निर्माण कार्य कराए जाएंगे ताकि शिक्षक पढ़ाने पर ध्यान दें। बाल विकास पुष्टाहार का हाल जिले में बुरी स्थिति के बाबत मंत्री ने कहा प्रशासनिक अधिकारियों को लगाकर केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण कराया जाएगा। इससे पूर्व राज्य मंत्री बाल विकास पुष्टाहार एवं बेसिक शिक्षा वसीम अहमद का कन्नौज आगमन पर जगह-जगह सपा कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाएं पहनाकर स्वागत किया।