तिर्वा (कन्नौज)। जिलाधिकारी के निर्देश पर बुधवार की दुपहर सदर उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में एसओजी टीम व औषधि निरीक्षक ने नगर में छापामारी अभियान चलाया। इस दौरान उन्हें दो मेडिकल स्टोरों पर भारी गड़बड़ियां मिलीं। जांच दल को यहां पर न तो कोई फार्मासिस्ट मौजूद मिला और न ही व्यवसाई तमाम दवाओं के खरीद बिल ही दिखा पाए। कुछ दवाएं फ्रिज से बाहर पड़ी दिखीं। इस दौरान दोनों ही मेडिकल स्टोरों से नमूने भी भरे गए। छापामारी अभियान से नगर में सनसनी फैल गई। दुकानदार दुकानें बंद कर भाग निकले।
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सदर महेश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी सुदीप मिश्रा, ड्रग इंसपेक्टर नवनीत कुमार ने बुधवार की शाम चार बजे नगर के तिर्वा खास इलाके में सिंह मेडिकल स्टोर पर पहला छापा मारा। यहां उन्हें डाइनाफोर्ट, सिजाइन, एविल इंजेक्शन, एविल टेबलेट एवं आफ्लोमेक टेबलेट के ऐसे डिब्बे मिले जिसके बारे में व्यवसाई कोई भी बिल प्रस्तुत नहीं कर पाया। उनका बिक्री लाइसेंस भी दुकान पर प्रदर्शित नहीं मिला। दवा भंडारण की हालत भी खराब थी। तमाम दवाएं जमीन पर पड़ी हुई थीं।
दवा बिक्री की रसीद में 20 फरवरी के बाद न तो कोई दवा बिक्री का ही प्रमाण था। क्रम संख्या 150 की एक कोरी रसीद भी मिली। इस पर ड्रग इंसपेक्टर ने व्यावसाई को अग्रिम आदेशों तक दुकान पर दवा की खरीद व बिक्री बंद रखने के निर्देश दिए। टीम ने एविल टेबलेट के सैंपल लिए। इसके बाद टीम कुमार मेडिकल स्टोर पहुंची। यहां टीम को सेफीक्विक, एविल, अल्ट्रामेड एवं क्रोसीन सीरप जैसी दवाएं ऐसी मिलीं, जिनके बारे में व्यावसाई खरीद का कोई बिल नहीं प्रस्तुत कर पाए। इस मेडिकल स्टोर पर कई वैक्सीन फ्रिज की जगह खुले में रखी मिलीं, जिस पर ड्रग इंसपेक्टर ने आपत्ति जताई। यहां भी टीम को कोई भी फार्मासिस्ट मौजूद नहीं मिला। ड्रग इंसपेक्टर ने एविल टैबलेट के यहां भी सैंपल लिए। बाद में पत्रकारों से वार्ता में ड्रग इंसपेक्टर नवनीत कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी को शिकायत मिली है कि मेडिकल स्टोरों पर फरजी बाउचरों पर दवा बिक्री की जा रही है। इसलिए यह छापामार अभियान चलाया गया है। दिखाई गई कमियों के पूरा होने तक इन दोनों मेडिकल स्टोरों को दवा की खरीद व बिक्री करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।