छिबरामऊ (कन्नौज)। सीबीएसई से संबद्ध नगर की शिक्षण संस्था सुभाष अकादमी में वार्षिकोत्सव पर आयोजित कार्निवाल 2012 में छात्र छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ जमकर धमाल मचाया। इसे देखने के लिए अभिभावकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एचबीटीआई कानपुर के प्रो.डा.गौरीशंकर ने स्टूडेंट शब्द के सभी अक्षरों की व्याख्या करते हुए कहा कि छात्रों को जिज्ञासु, लगनशील, कठोर परिश्रमी, साहसी, विनमृ व त्यागी होना चाहिए। शिक्षा की उपादेयता समाज सेवा में है अत:छात्रों को ऐसी शिक्षा दी जाए कि वे स्वयं के साथ समाज का भी हित सोंचे। विशिष्ट अतिथि प्रो.डा.जीवन शुक्ल ने कहा कि शिक्षा के लिए छात्रों को समर्पित जीवन जीना चाहिए। विद्या विनमृता देती है और समस्त बंधनों से मुक्ति दिलाती है।
सरस्वती वंदना की भक्तिपूर्ण प्रस्तुति के बाद शिशु वर्ग के नन्हे मुन्नों ने टर्न एराउंड व स्टैंप योर फीट आदि की मनमोहक प्रस्तुति दी। नमृता त्रिपाठी व प्रज्ञा शर्मा द्वारा निर्देशित चिड़िया चिड़िया परी हूं मैं, वो चली वो चली व संझा की बिरिया पर बच्चों के नृत्य ने सभी को लुभाया। फैशन शो, बम बम भोले की प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। नाटक सीताहरण, हाफ टिकट व लिफ्ट करा दे में छात्र छात्राओं ने लय, गति व चपलता का परिचय दिया। देखा कान्हा नाहीं मानत बतियां, प्यार किया तो डरना क्या, ठग ले, जजबा व फ्यूजन डांस ने जमकर वाहवाही लूटी। देश की विविध संस्कृति दर्शाते हुए राजस्थान का झूमर नृत्य, गुजरात का गरबा व पंजाब का भांगड़ा आदि की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।
इससे पूर्व संस्था के निदेशक इंजी.सुप्रभाष सक्सेना ने माल्यार्पण के साथ तिलक लगाकर व शाल, श्रीफल, प्रतीक चिन्ह भेंट करके मुख्य अतिथि प्रो.डा.राजहंस का अभिनंदन किया। डा.जीवन शुक्ला का सम्मान प्राचार्य बीएस त्रिपाठी व डा.आत्माराम शर्मा ने एवं सिविल जज रनवीर सिंह का अभिनंदन राजकुमार गुप्ता व केएल शर्मा ने किया। दीप प्रज्वलन व सरस्वती पूजन के बाद आरती त्रिपाठी के निर्देशन में छात्र छात्राओं ने स्वति वाचन, सरस्वती स्तुति व शांति पाठ किया। अंत में संस्था के सभी सदस्य जलती मोमबत्ती हाथ में लेकर मंच पर एकत्र हुए और ऐ मालिक तेरे वंदे हम गीत गाकर कार्यक्रम का समापन किया।