छिबरामऊ (कन्नौज)। बहवलपुर में जमीनी विवाद को लेकर दबंगों ने फायरिंग की तथा फावड़ा से हमलाकर एक युवक को घायल कर दिया। खून से लथपथ युवक को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर रिपोर्ट लिखाने के लिए पीड़ित पक्ष तथा उनके साथ आए अधिवक्ताओं को कोतवाली में काफी जद्दोजहद भी करनी पड़ी।
ग्राम बहवलपुर निवासी सुधीर कुमार हजेला ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा है कि अपनी व मयंक कुमार सक्सेना एडवोकेट की सहमति से संतोषी माता मंदिर के पास स्थित बिटिया वाली जमीन की निहास भरवा रहा था। साथ में उसके परिवार के संजय उर्फ नीटू पुत्र महेशप्रसाद भी था तभी गांव के सुरेंद्र शाक्य उर्फ पप्पू पुत्र रामस्वरूप तथा राजा व कल्लू पुत्रगण सियाराम आ गए और गाली गलौज करते हुए झगड़ा शुरू कर दिया। जब संजय उर्फ नीटू ने बीच बचाव किया तो पप्पू ने उस पर जानलेवा हमला करते हुए फावड़ा से वार कर दिया जिससे वह बेहोश होकर वहीं गिर पड़ा। राजा ने तमंचे से फायर कर दिया जिससे वह बाल बाल बच गया। झगड़ा होते ही भगदड़ मच गई। इस बीच गांव के काफी लोग आ गए। गांव के शील हजेला, विनोद यादव व मयंक कुमार आदि तमाम लोगों ने बचाया। तब वे सभी जानमाल की धमकी देते हुए भाग गए।
पीड़ित पक्ष खून से लथपथ नीटू को लेकर कोतवाली पहुंचे इसके बाद उसे उपचार के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। रिपोर्ट लिखाने को लेकर पीड़ित पक्ष को कोतवाली में भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ी।
छिबरामऊ (कन्नौज)। बहवलपुर में जमीनी विवाद को लेकर दबंगों ने फायरिंग की तथा फावड़ा से हमलाकर एक युवक को घायल कर दिया। खून से लथपथ युवक को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर रिपोर्ट लिखाने के लिए पीड़ित पक्ष तथा उनके साथ आए अधिवक्ताओं को कोतवाली में काफी जद्दोजहद भी करनी पड़ी।
ग्राम बहवलपुर निवासी सुधीर कुमार हजेला ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा है कि अपनी व मयंक कुमार सक्सेना एडवोकेट की सहमति से संतोषी माता मंदिर के पास स्थित बिटिया वाली जमीन की निहास भरवा रहा था। साथ में उसके परिवार के संजय उर्फ नीटू पुत्र महेशप्रसाद भी था तभी गांव के सुरेंद्र शाक्य उर्फ पप्पू पुत्र रामस्वरूप तथा राजा व कल्लू पुत्रगण सियाराम आ गए और गाली गलौज करते हुए झगड़ा शुरू कर दिया। जब संजय उर्फ नीटू ने बीच बचाव किया तो पप्पू ने उस पर जानलेवा हमला करते हुए फावड़ा से वार कर दिया जिससे वह बेहोश होकर वहीं गिर पड़ा। राजा ने तमंचे से फायर कर दिया जिससे वह बाल बाल बच गया। झगड़ा होते ही भगदड़ मच गई। इस बीच गांव के काफी लोग आ गए। गांव के शील हजेला, विनोद यादव व मयंक कुमार आदि तमाम लोगों ने बचाया। तब वे सभी जानमाल की धमकी देते हुए भाग गए।
पीड़ित पक्ष खून से लथपथ नीटू को लेकर कोतवाली पहुंचे इसके बाद उसे उपचार के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। रिपोर्ट लिखाने को लेकर पीड़ित पक्ष को कोतवाली में भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ी।