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मस्जिदों में भी तू, मंदिरों में भी तू...
Kannauj
Updated Wed, 16 May 2012 12:00 PM IST
मानीमऊ (कन्नौज)। बाबा वजीर शाह रहमतुल्लाह अलैह के सालाना उर्स पर सोमवार की रात जबाबी कब्बाली का आयोजन किया गया। इसमें हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर पूरी रात लुत्फ उठाया। सुबह 4 बजे कुल शरीफ के बाद कार्यक्रम का समापन हो गया। गांव मखदूमापुर स्थित हजरत वजीर शाह के दो दिवसीय सालाना उर्स के अंतिम दिन दोपहर बाद गागर-चादर निकाली गयी। इसमें काफी अकीदतमंदों ने शिरकत की। बाद नमाज इंशा करीब 10 बजे सदर विधायक अनिल दोहरे ने फीता काटकर जवाबी कव्वाली के प्रोग्राम का आगाज कराया। कानपुर से आए कव्वाल सरफराज शोला ने हम्द ‘मस्जिदों में भी तू, मंदिरों में भी तू, हर जगह तू ही तू, अल्लाह हू, अल्लाह हू...’ सुनाकर मौजूद लोगों को वाहवाही करने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद ‘मेरे ख्वाजा मदीने वाले हैं’ मनकबत सुनकर लोग झूमने लगे। इसके बाद लखनऊ से आयी नरगिस वारसी ने ‘तू जिसे चाहे नवाज दे ये तेरी शान है’ को सुनाकर लोगों को काफी प्रभावित किया। साथ ही ‘ख्वाजा के दर पे चलो बन के सवाली’ को भी काफी पसंद किया गया। इसके बाद गजल का प्रोग्राम शुरू हुआ जो सुबह 4 बजे तक चलता रहा। इस मौके पर अनीस मंसूरी, निजाम, इदरीश, इशरार अली, राजीव कटियार, अजय शुक्ला, शीलू श्रीवास्तव, नसीम मंसूरी उर्फ गुड्डू मौजूद रहे।
मानीमऊ (कन्नौज)। बाबा वजीर शाह रहमतुल्लाह अलैह के सालाना उर्स पर सोमवार की रात जबाबी कब्बाली का आयोजन किया गया। इसमें हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर पूरी रात लुत्फ उठाया। सुबह 4 बजे कुल शरीफ के बाद कार्यक्रम का समापन हो गया। गांव मखदूमापुर स्थित हजरत वजीर शाह के दो दिवसीय सालाना उर्स के अंतिम दिन दोपहर बाद गागर-चादर निकाली गयी। इसमें काफी अकीदतमंदों ने शिरकत की। बाद नमाज इंशा करीब 10 बजे सदर विधायक अनिल दोहरे ने फीता काटकर जवाबी कव्वाली के प्रोग्राम का आगाज कराया। कानपुर से आए कव्वाल सरफराज शोला ने हम्द ‘मस्जिदों में भी तू, मंदिरों में भी तू, हर जगह तू ही तू, अल्लाह हू, अल्लाह हू...’ सुनाकर मौजूद लोगों को वाहवाही करने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद ‘मेरे ख्वाजा मदीने वाले हैं’ मनकबत सुनकर लोग झूमने लगे। इसके बाद लखनऊ से आयी नरगिस वारसी ने ‘तू जिसे चाहे नवाज दे ये तेरी शान है’ को सुनाकर लोगों को काफी प्रभावित किया। साथ ही ‘ख्वाजा के दर पे चलो बन के सवाली’ को भी काफी पसंद किया गया। इसके बाद गजल का प्रोग्राम शुरू हुआ जो सुबह 4 बजे तक चलता रहा। इस मौके पर अनीस मंसूरी, निजाम, इदरीश, इशरार अली, राजीव कटियार, अजय शुक्ला, शीलू श्रीवास्तव, नसीम मंसूरी उर्फ गुड्डू मौजूद रहे।