कन्नौज। कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जिलाधिकारी डा. आदर्श सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें 13वें वित्त से मिली धनराशि से नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्रों कराए जाने वाले निर्माण कार्यों की रूपरेखा तैयार की गई। निर्माण संबंधी ज्यादातर प्रस्ताव पास कर दिए गए।
नगर पालिका परिषद कन्नौज, गुरसहायगंज, छिबरामऊ, नगर पंचायत तालग्राम, सिकंदरपुर, समधन, सौरिख व तिर्वागंज के अधिशासी अधिकारियों, अवर अभियंताओं, पालिकाध्यक्षों व नगर पंचायत अध्यक्षों के साथ विकास कार्यों पर चरचा की गई। जिलाधिकारी के अलावा एडीएम रमेश चंद्र यादव ने भी पालिका व पंचायत क्षेत्रों से आने वाले विकास कार्यों को बिंदुवार जांचा परखा।
छानबीन के बाद आम जनमानस के हित से जुड़े अधिकांश निर्माण कार्यों को जिलाधिकारी की स्वीकृति मिल गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने दो टूक लहजे में कहा कि जो भी काम कराया जाए उसमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। यदि ठेकेदार या पालिका के स्तर से गड़बड़ी की गई तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। ईओ खुद समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लेते रहें। मानकों का पालन सख्ती के साथ कराएं। जो भी नाले व नाली बननी हैं, उनके निर्माण में समय सीमा का भी ध्यान रखें। लेटलतीफी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कन्नौज। कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जिलाधिकारी डा. आदर्श सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें 13वें वित्त से मिली धनराशि से नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्रों कराए जाने वाले निर्माण कार्यों की रूपरेखा तैयार की गई। निर्माण संबंधी ज्यादातर प्रस्ताव पास कर दिए गए।
नगर पालिका परिषद कन्नौज, गुरसहायगंज, छिबरामऊ, नगर पंचायत तालग्राम, सिकंदरपुर, समधन, सौरिख व तिर्वागंज के अधिशासी अधिकारियों, अवर अभियंताओं, पालिकाध्यक्षों व नगर पंचायत अध्यक्षों के साथ विकास कार्यों पर चरचा की गई। जिलाधिकारी के अलावा एडीएम रमेश चंद्र यादव ने भी पालिका व पंचायत क्षेत्रों से आने वाले विकास कार्यों को बिंदुवार जांचा परखा।
छानबीन के बाद आम जनमानस के हित से जुड़े अधिकांश निर्माण कार्यों को जिलाधिकारी की स्वीकृति मिल गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने दो टूक लहजे में कहा कि जो भी काम कराया जाए उसमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। यदि ठेकेदार या पालिका के स्तर से गड़बड़ी की गई तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। ईओ खुद समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लेते रहें। मानकों का पालन सख्ती के साथ कराएं। जो भी नाले व नाली बननी हैं, उनके निर्माण में समय सीमा का भी ध्यान रखें। लेटलतीफी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।