झांसी। कमलेश यादव हत्याकांड के अहम सुराग उसके मोबाइल का लॉक नहीं खुल पा रहा। इसे खोलने के लिए पुलिस ने दिल्ली से विशेषज्ञ बुलाए हैं। कमलेश के पास दो आईफोन थे। पुलिस ने दोनों ही फोन बरामद कर लिए, लेकिन उनका लॉक खोलने में पुलिस को कामयाबी नहीं मिली। पुलिस ने आई फोन का लॉक तोड़ने में माहिर लोगों को बुलाया। उनको भी कामयाबी नहीं मिली। अब पुलिस ने बाहर के विशेषज्ञों से संपर्क साधा है। पुलिस का कहना है कमलेश सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल करता था। ऐसे में व्हाट्सएप पर चैटिंग समेत उसकी व्हाटसएप कॉल हिस्ट्री हत्याकांड से पर्दा उठा सकता है। पुलिस को मिले सीडीआर में व्हाट्सएप कॉल की डिटेल नहीं आई है। लॉक खुलने के बाद ही यह मालूम चल सकेगा कि उसके फोन में कौन-कौन से एप इंस्टाल हैं। इसकी मदद से पैसों के लेन-देन के बारे में भी मालूम चल सकेगा। उधर, कमलेश की हत्या के बाद उसके सिजवाहा स्थित गांव में उसे जानने वाले पुलिस पूछताछ के डर से गायब हो गए। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच पड़ताल में यह बात सामने आई कि कमलेश ने कई लोगों से लाखों रुपये उधार लिए हुए थे। उसने इन लोगों को जमीन दिलाने का वायदा किया था। मोबाइल का लॉक खुलने पर यह सारे राज सुलझाए जा सकेंगे।
झांसी। कमलेश यादव हत्याकांड के अहम सुराग उसके मोबाइल का लॉक नहीं खुल पा रहा। इसे खोलने के लिए पुलिस ने दिल्ली से विशेषज्ञ बुलाए हैं। कमलेश के पास दो आईफोन थे। पुलिस ने दोनों ही फोन बरामद कर लिए, लेकिन उनका लॉक खोलने में पुलिस को कामयाबी नहीं मिली। पुलिस ने आई फोन का लॉक तोड़ने में माहिर लोगों को बुलाया। उनको भी कामयाबी नहीं मिली। अब पुलिस ने बाहर के विशेषज्ञों से संपर्क साधा है। पुलिस का कहना है कमलेश सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल करता था। ऐसे में व्हाट्सएप पर चैटिंग समेत उसकी व्हाटसएप कॉल हिस्ट्री हत्याकांड से पर्दा उठा सकता है। पुलिस को मिले सीडीआर में व्हाट्सएप कॉल की डिटेल नहीं आई है। लॉक खुलने के बाद ही यह मालूम चल सकेगा कि उसके फोन में कौन-कौन से एप इंस्टाल हैं। इसकी मदद से पैसों के लेन-देन के बारे में भी मालूम चल सकेगा। उधर, कमलेश की हत्या के बाद उसके सिजवाहा स्थित गांव में उसे जानने वाले पुलिस पूछताछ के डर से गायब हो गए। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच पड़ताल में यह बात सामने आई कि कमलेश ने कई लोगों से लाखों रुपये उधार लिए हुए थे। उसने इन लोगों को जमीन दिलाने का वायदा किया था। मोबाइल का लॉक खुलने पर यह सारे राज सुलझाए जा सकेंगे।