झांसी। घने कोहरे के चलते मंगलवार की भोर में रक्सा, सिजवाहा तिराहा के पास एक ट्राला बाउंड्रीवाल तोड़ते हुए घर के अंदर जा घुसा। हादसे में मकान के अंदर सो रहे दो परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। हादसे में ड्राइवर को भी चोट नहीं आई। पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया है।
सिजवाहा निवासी राजू यादव एवं पुष्पेंद्र अहिरवार का तिराहे के पास मकान है। भवन स्वामी राजू के मुताबिक मंगलवार भोर करीब ढाई से तीन बजे के बीच एक ट्राला बाहरी बाउंड्रीवाल को तोड़ते हुए भीतर आ घुसा। जोरदार टक्कर की वजह से बाउंड्रीवाल पूरी तरह गिर गई। बाहरी दीवार भी ट्राले की चपेट में आ गई। उस समय वह अपनी पत्नी ममता, बेटे रोहित, शिवम, अभिषेक के साथ घर के भीतर सो रहे थे। हादसे की चपेट में आने से परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। वहीं, पड़ोस में पुष्पेंद्र भी अपने पत्नी पिंकी, पुत्र प्रतीक, पुत्री परी एवं पिता ओमी के साथ सोये हुए थे। यह लोग भी चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। ट्राला के घुसते ही परिवार के लोग बाहर निकल आए। पुलिस को भी सूचना दी गई। थोड़ी देर में रक्सा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के मुताबिक ट्राला बंगलुरू से झांसी होता हुआ ललितपुर जा रहा था। राजस्थान के अलवर के किशनगढ़ निवासी शौकीन (42) ट्राला चला रहा था। उसे चोट नहीं आई है। पुलिस का कहना है कि घने कोहरे की वजह से यह हादसा हुआ।
पिछले छह साल से लगातार हो रहा हादसा
भवन स्वामी राजू का कहना है कि पिछले छह साल से लगातार इस मौसम में कोई न कोई न कोई वाहन बाउंड्रीवाल तोड़कर भीतर घुस आता है। कई बार उन्होंने इसको लेकर एनएचएआई समेत जिला प्रशासन के अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि अधिकारी कार्रवाई करने का भरोसा देकर मामले को टाल देते हैं।
झांसी। घने कोहरे के चलते मंगलवार की भोर में रक्सा, सिजवाहा तिराहा के पास एक ट्राला बाउंड्रीवाल तोड़ते हुए घर के अंदर जा घुसा। हादसे में मकान के अंदर सो रहे दो परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। हादसे में ड्राइवर को भी चोट नहीं आई। पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया है।
सिजवाहा निवासी राजू यादव एवं पुष्पेंद्र अहिरवार का तिराहे के पास मकान है। भवन स्वामी राजू के मुताबिक मंगलवार भोर करीब ढाई से तीन बजे के बीच एक ट्राला बाहरी बाउंड्रीवाल को तोड़ते हुए भीतर आ घुसा। जोरदार टक्कर की वजह से बाउंड्रीवाल पूरी तरह गिर गई। बाहरी दीवार भी ट्राले की चपेट में आ गई। उस समय वह अपनी पत्नी ममता, बेटे रोहित, शिवम, अभिषेक के साथ घर के भीतर सो रहे थे। हादसे की चपेट में आने से परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। वहीं, पड़ोस में पुष्पेंद्र भी अपने पत्नी पिंकी, पुत्र प्रतीक, पुत्री परी एवं पिता ओमी के साथ सोये हुए थे। यह लोग भी चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। ट्राला के घुसते ही परिवार के लोग बाहर निकल आए। पुलिस को भी सूचना दी गई। थोड़ी देर में रक्सा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के मुताबिक ट्राला बंगलुरू से झांसी होता हुआ ललितपुर जा रहा था। राजस्थान के अलवर के किशनगढ़ निवासी शौकीन (42) ट्राला चला रहा था। उसे चोट नहीं आई है। पुलिस का कहना है कि घने कोहरे की वजह से यह हादसा हुआ।
पिछले छह साल से लगातार हो रहा हादसा
भवन स्वामी राजू का कहना है कि पिछले छह साल से लगातार इस मौसम में कोई न कोई न कोई वाहन बाउंड्रीवाल तोड़कर भीतर घुस आता है। कई बार उन्होंने इसको लेकर एनएचएआई समेत जिला प्रशासन के अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि अधिकारी कार्रवाई करने का भरोसा देकर मामले को टाल देते हैं।