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झांसी। नगर निगम के अवर अभियंता जो करें सो कम है। सड़कों की मरम्मत के नाम पर सीसी सड़कों के ऊपर ही एपेक्स लगवाने के स्टीमेट बनाकर न केवल राजस्व को ठिकाने लगाया जा रहा है, बल्कि इससे आमजनता भी तकलीफ उठा रही है।
नगर में वर्षों पहले अधिकांश सड़कें गिट्टी और सीमेंट (सीसी) से बनाई गईं थीं। कभी पाइप लाइन के लिए खुदाई, कभी टेलीफोन केबल डालने के लिए खुदाई किए जाने से इन सड़कों में जगह- जगह गड्ढे हो गए हैं। लोगों को होने वाली समस्या को देखते हुए क्षेत्रीय पार्षदों के प्रस्ताव के आधार पर नगर निगम द्वारा इन सड़कों की मरम्मत कराई जा रही है। इसके लिए संबंधित वार्ड के अवर अभियंता स्टीमेट बनाते हैं। नियमत: सड़क अगर डामर की है तो डामर, सीसी है तो सीसी और एपेक्स है तो एपेक्स लगाकर ही मरम्मत की जानी चाहिए, लेकिन जेई सीसी सड़कों पर भी एपेक्स से मरम्मत करा रहे हैं। छोटे- मोटे कार्य तो छोड़िए वार्ड नंबर 58 में एक सीसी सड़क की मरम्मत के नाम पर सोलह लाख रुपये का स्टीमेट बना दिया गया है। ऐसी एक- दो नहीं कई सड़कें हैं, जहां सीसी पर एपेक्स लगाने के लिए लाखों के स्टीमेट बनाए गए हैं। इतना ही नहीं जेई और ठेकेदार की मिलीभगत से मरम्मत वाले स्थान पर सीसी उखाड़ी नहीं जा रही है, बल्कि उसी के ऊपर एपेक्स लगाये जा रहे हैं, जिससे सड़क कहीं ऊंची तो कहीं नीचे हो रही हैं। इसका उदाहरण है वार्ड नंबर 50 बाहर दतिया गेट स्थित पठौरिया तिराहा से लाल स्कूल नईबस्ती की ओर जाने वाली सत्यनारायण की गली की सड़क। सीसी से बनी यह सड़क तिराहा की ओर उखड़ गई है। ठेकेदार ने सीसी सड़क के ऊपर एपेक्स लगा दिए, जिससे सड़क बीचों- बीच ऊंची हो गई है। किनारे की ओर जहां सड़क उखड़ी थी, वहां कोई रिपेयरिंग नहीं कराई गई। ऐसे में गली से निकलने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
काम कम, स्टीमेट लंबा चौड़ा
झांसी। मरम्मत के काम छोटे- छोटे होते हैं, लेकिन उनके स्टीमेट लंबे- चौड़े बनाए जा रहे हैं। बाद में थोड़ा बहुत काम कराकर भुगतान पूरा ले लिया जाता है। ऐसा ही एक मामला गत दिवस वार्ड नंबर 19 में एक सड़क की रिपेयरिंग के दौरान सामने आया था। नईबस्ती में झा वेल्डिंग वर्क्स के बगल से पंडित हरभजन के घर की ओर जाने वाली सीसी सड़क पर रविवार को गड्ढे भरे जा रहे थे। करीब पांच मीटर सड़क बनाने के बाद मजदूर जाने लगे तो मुहल्ले वालों ने घेर लिया और हंगामा करने लगे। उनका कहना था कि सड़क के बीचों - बीच तो कार्य करा दिया गया, लेकिन किनारे पर ऐसे ही छोड़ दिया गया तो निकलने में दिक्कत होगी। विरोध बढ़ता देख ठेकेदार ने अधिकारियों को फोन किया। कुछ देर बाद एक अफसर मौके पर पहुंचे और मुहल्ले वालों से बातचीत की, लेकिन जनता पूरी सड़क बनाने की मांग पर अड़ गई। अंतत: अधिकारी को झुकना पड़ा और करीब दस मीटर आगे तक सड़क कंपलीट की गई।
‘सीसी सड़कों पर एपेक्स लगाना ठीक नहीं है। इससे जनता परेशान होती है और राजस्व की भी हानि होती है। सभी अवर अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’
- इंजी. आर के वर्मा, मुख्य अभियंता नगर निगम
झांसी। नगर निगम के अवर अभियंता जो करें सो कम है। सड़कों की मरम्मत के नाम पर सीसी सड़कों के ऊपर ही एपेक्स लगवाने के स्टीमेट बनाकर न केवल राजस्व को ठिकाने लगाया जा रहा है, बल्कि इससे आमजनता भी तकलीफ उठा रही है।
नगर में वर्षों पहले अधिकांश सड़कें गिट्टी और सीमेंट (सीसी) से बनाई गईं थीं। कभी पाइप लाइन के लिए खुदाई, कभी टेलीफोन केबल डालने के लिए खुदाई किए जाने से इन सड़कों में जगह- जगह गड्ढे हो गए हैं। लोगों को होने वाली समस्या को देखते हुए क्षेत्रीय पार्षदों के प्रस्ताव के आधार पर नगर निगम द्वारा इन सड़कों की मरम्मत कराई जा रही है। इसके लिए संबंधित वार्ड के अवर अभियंता स्टीमेट बनाते हैं। नियमत: सड़क अगर डामर की है तो डामर, सीसी है तो सीसी और एपेक्स है तो एपेक्स लगाकर ही मरम्मत की जानी चाहिए, लेकिन जेई सीसी सड़कों पर भी एपेक्स से मरम्मत करा रहे हैं। छोटे- मोटे कार्य तो छोड़िए वार्ड नंबर 58 में एक सीसी सड़क की मरम्मत के नाम पर सोलह लाख रुपये का स्टीमेट बना दिया गया है। ऐसी एक- दो नहीं कई सड़कें हैं, जहां सीसी पर एपेक्स लगाने के लिए लाखों के स्टीमेट बनाए गए हैं। इतना ही नहीं जेई और ठेकेदार की मिलीभगत से मरम्मत वाले स्थान पर सीसी उखाड़ी नहीं जा रही है, बल्कि उसी के ऊपर एपेक्स लगाये जा रहे हैं, जिससे सड़क कहीं ऊंची तो कहीं नीचे हो रही हैं। इसका उदाहरण है वार्ड नंबर 50 बाहर दतिया गेट स्थित पठौरिया तिराहा से लाल स्कूल नईबस्ती की ओर जाने वाली सत्यनारायण की गली की सड़क। सीसी से बनी यह सड़क तिराहा की ओर उखड़ गई है। ठेकेदार ने सीसी सड़क के ऊपर एपेक्स लगा दिए, जिससे सड़क बीचों- बीच ऊंची हो गई है। किनारे की ओर जहां सड़क उखड़ी थी, वहां कोई रिपेयरिंग नहीं कराई गई। ऐसे में गली से निकलने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
काम कम, स्टीमेट लंबा चौड़ा
झांसी। मरम्मत के काम छोटे- छोटे होते हैं, लेकिन उनके स्टीमेट लंबे- चौड़े बनाए जा रहे हैं। बाद में थोड़ा बहुत काम कराकर भुगतान पूरा ले लिया जाता है। ऐसा ही एक मामला गत दिवस वार्ड नंबर 19 में एक सड़क की रिपेयरिंग के दौरान सामने आया था। नईबस्ती में झा वेल्डिंग वर्क्स के बगल से पंडित हरभजन के घर की ओर जाने वाली सीसी सड़क पर रविवार को गड्ढे भरे जा रहे थे। करीब पांच मीटर सड़क बनाने के बाद मजदूर जाने लगे तो मुहल्ले वालों ने घेर लिया और हंगामा करने लगे। उनका कहना था कि सड़क के बीचों - बीच तो कार्य करा दिया गया, लेकिन किनारे पर ऐसे ही छोड़ दिया गया तो निकलने में दिक्कत होगी। विरोध बढ़ता देख ठेकेदार ने अधिकारियों को फोन किया। कुछ देर बाद एक अफसर मौके पर पहुंचे और मुहल्ले वालों से बातचीत की, लेकिन जनता पूरी सड़क बनाने की मांग पर अड़ गई। अंतत: अधिकारी को झुकना पड़ा और करीब दस मीटर आगे तक सड़क कंपलीट की गई।
‘सीसी सड़कों पर एपेक्स लगाना ठीक नहीं है। इससे जनता परेशान होती है और राजस्व की भी हानि होती है। सभी अवर अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’
- इंजी. आर के वर्मा, मुख्य अभियंता नगर निगम