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झांसी। हिंदू और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने नगर के विकास में अपना योगदान देते हुए सड़क चौड़ीकरण की सीमा में आ रहे धार्मिक स्थलों का अतिक्रमण हटाने की स्वीकृति दे दी है। सड़क के दायरे में आ रहे धार्मिक स्थलों का चिह्नांकन कर लिया गया है, जल्द ही अभियान चलाकर कब्जे हटाए जाएंगे।
रविवार को कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी गौरव दयाल ने कहा कि मेडिकल कालेज से चित्रा चौराहा तक की सड़क के दायरे में आने वाले धार्मिक स्थलों को पहले चरण में हटाया जाएगा। इसके तहत सड़क के मध्य से दोनों ओर 12.50 मीटर में जो भी आएगा, उसे हटा दिया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और राजस्व विभाग अपने साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लेकर कार्रवाई करेगा। बैठक के बाद जिलाधिकारी ने धर्म गुरुओं और अधिकारियों के साथ धार्मिक स्थलों का निरीक्षण किया। चंद्रशेखर आजाद तिराहा स्थित नवीन आयकर भवन के पास बने हनुमान मंदिर का कुछ भाग अतिक्रमण की सीमा में पाया गया। मंदिर के महंत गिरिराज महाराज ने अपनी सहमति देते हुए मूर्तियां दूसरे स्थान पर स्थापित करने के लिए तीन - चार दिन का समय मांगा। इसी तरह रिसाला चुंगी स्थित कब्रिस्तान का कुछ हिस्सा अतिक्रमण के दायरे में पाया गया। यहां चिह्नांकन कर चूना डाल दिया गया, जल्द ही अतिक्रमण हटाया जाएगा। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पास स्थित श्री हनुमान मंदिर का मुख्यद्वार सड़क चौड़ीकरण की सीमा में आ रहा है। इसे तोड़ने के लिए भी सहमति बन गई। मंदिर के पुजारी ने श्रद्धालुओं के आने- जाने के लिए अन्य स्थान से सीढ़ियां बनवाने की मांग की, जिसे जिलाधिकारी ने स्वीकार करते हुए अधिकारियों को सीढ़ियां बनवाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन- जिन धार्मिक स्थलों के अतिक्रमण हटने हैं, वहां निर्माण सामग्री तत्काल रखवा दी जाए, ताकि कार्य में विलंब न हो। इस मौके पर नगर मजिस्ट्रेट पी के श्रीवास्तव, झांसी विकास प्राधिकरण के सचिव आनंद कुमार, जिला धर्माचार्य महंत विष्णु दत्त स्वामी, नगर धर्माचार्य पं. हरिओम पाठक, काजी मोहम्मद हाशिम, हाजी मोहम्मद साबिर, बाबा धाम के कदीर जानी, अवर अभियंता नरेंद्र थापक, दीपक कुमार आदि मौजूद रहे।
सेना की तार फेंसिंग पीछे हटेगी
झांसी। कचहरी से रिसाला चुंगी तक सड़क के दाहिने ओर सेना की काफी जमीन है। सड़क चौड़ीकरण के दायरे में इस जमीन का कुछ हिस्सा आ रहा है। इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने सेना के अफसरों से वार्ता की थी। जेडीए अधिकारियों की मानें तो सेना के अफसरों ने तार फेंसिंग पीछे हटाने की स्वीकृति दे दी है, बशर्ते तार फेंसिंग में आने वाला खर्च जेडीए वहन करे। अधिकारियों की मानें तो जल्द ही तार फेंसिंग पीछे हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
अंबेडकर पार्क भी है दायरे में
झांसी। तालपुरा स्थित डा. भीमराव अंबेडकर तिकौना पार्क भी सड़क चौड़ीकरण के दायरे में आ रहा है। नगर निगम द्वारा निर्मित इस पार्क का जीर्णोद्धार पिछले वर्ष कराया गया था। इसके तहत पार्क की बाउंड्रीवाल पर आकर्षक पत्थर लगाने के साथ ही स्टील की रेलिंग लगाई गई थी, जिससे पार्क पहले की तुलना में काफी भव्य हो गया है।
जीवनशाह से बीकेडी तक हटेंगे मकान
झांसी। जीवनशाह तिराहा से बीकेडी चौराहा तक चल रहे सड़क चौड़ीकरण कार्य के अंतर्गत बहुत से मकान दायरे में आ रहे हैं। दरअसल, यहां चौड़ीकरण के बाद सड़क मकानों तक पहुंच गई है। ऐसे में पानी की पाइप लाइन शिफ्ट करने के लिए कोई जगह नहीं बची है, जिससे कार्य प्रभावित हो रहा है। इन हालातों में झांसी विकास प्राधिकरण, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम बनाकर सड़क की नाप की जाएगी और दायरे में आ रहे मकानों का चिह्नांकन कर अवैध कब्जों को हटाया जाएगा।
झांसी। हिंदू और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने नगर के विकास में अपना योगदान देते हुए सड़क चौड़ीकरण की सीमा में आ रहे धार्मिक स्थलों का अतिक्रमण हटाने की स्वीकृति दे दी है। सड़क के दायरे में आ रहे धार्मिक स्थलों का चिह्नांकन कर लिया गया है, जल्द ही अभियान चलाकर कब्जे हटाए जाएंगे।
रविवार को कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी गौरव दयाल ने कहा कि मेडिकल कालेज से चित्रा चौराहा तक की सड़क के दायरे में आने वाले धार्मिक स्थलों को पहले चरण में हटाया जाएगा। इसके तहत सड़क के मध्य से दोनों ओर 12.50 मीटर में जो भी आएगा, उसे हटा दिया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और राजस्व विभाग अपने साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लेकर कार्रवाई करेगा। बैठक के बाद जिलाधिकारी ने धर्म गुरुओं और अधिकारियों के साथ धार्मिक स्थलों का निरीक्षण किया। चंद्रशेखर आजाद तिराहा स्थित नवीन आयकर भवन के पास बने हनुमान मंदिर का कुछ भाग अतिक्रमण की सीमा में पाया गया। मंदिर के महंत गिरिराज महाराज ने अपनी सहमति देते हुए मूर्तियां दूसरे स्थान पर स्थापित करने के लिए तीन - चार दिन का समय मांगा। इसी तरह रिसाला चुंगी स्थित कब्रिस्तान का कुछ हिस्सा अतिक्रमण के दायरे में पाया गया। यहां चिह्नांकन कर चूना डाल दिया गया, जल्द ही अतिक्रमण हटाया जाएगा। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पास स्थित श्री हनुमान मंदिर का मुख्यद्वार सड़क चौड़ीकरण की सीमा में आ रहा है। इसे तोड़ने के लिए भी सहमति बन गई। मंदिर के पुजारी ने श्रद्धालुओं के आने- जाने के लिए अन्य स्थान से सीढ़ियां बनवाने की मांग की, जिसे जिलाधिकारी ने स्वीकार करते हुए अधिकारियों को सीढ़ियां बनवाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन- जिन धार्मिक स्थलों के अतिक्रमण हटने हैं, वहां निर्माण सामग्री तत्काल रखवा दी जाए, ताकि कार्य में विलंब न हो। इस मौके पर नगर मजिस्ट्रेट पी के श्रीवास्तव, झांसी विकास प्राधिकरण के सचिव आनंद कुमार, जिला धर्माचार्य महंत विष्णु दत्त स्वामी, नगर धर्माचार्य पं. हरिओम पाठक, काजी मोहम्मद हाशिम, हाजी मोहम्मद साबिर, बाबा धाम के कदीर जानी, अवर अभियंता नरेंद्र थापक, दीपक कुमार आदि मौजूद रहे।
सेना की तार फेंसिंग पीछे हटेगी
झांसी। कचहरी से रिसाला चुंगी तक सड़क के दाहिने ओर सेना की काफी जमीन है। सड़क चौड़ीकरण के दायरे में इस जमीन का कुछ हिस्सा आ रहा है। इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने सेना के अफसरों से वार्ता की थी। जेडीए अधिकारियों की मानें तो सेना के अफसरों ने तार फेंसिंग पीछे हटाने की स्वीकृति दे दी है, बशर्ते तार फेंसिंग में आने वाला खर्च जेडीए वहन करे। अधिकारियों की मानें तो जल्द ही तार फेंसिंग पीछे हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
अंबेडकर पार्क भी है दायरे में
झांसी। तालपुरा स्थित डा. भीमराव अंबेडकर तिकौना पार्क भी सड़क चौड़ीकरण के दायरे में आ रहा है। नगर निगम द्वारा निर्मित इस पार्क का जीर्णोद्धार पिछले वर्ष कराया गया था। इसके तहत पार्क की बाउंड्रीवाल पर आकर्षक पत्थर लगाने के साथ ही स्टील की रेलिंग लगाई गई थी, जिससे पार्क पहले की तुलना में काफी भव्य हो गया है।
जीवनशाह से बीकेडी तक हटेंगे मकान
झांसी। जीवनशाह तिराहा से बीकेडी चौराहा तक चल रहे सड़क चौड़ीकरण कार्य के अंतर्गत बहुत से मकान दायरे में आ रहे हैं। दरअसल, यहां चौड़ीकरण के बाद सड़क मकानों तक पहुंच गई है। ऐसे में पानी की पाइप लाइन शिफ्ट करने के लिए कोई जगह नहीं बची है, जिससे कार्य प्रभावित हो रहा है। इन हालातों में झांसी विकास प्राधिकरण, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम बनाकर सड़क की नाप की जाएगी और दायरे में आ रहे मकानों का चिह्नांकन कर अवैध कब्जों को हटाया जाएगा।