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जौनपुर। केन्द्र सरकार ने बेरोजगारी के साथ दूध और मांस की समस्या से निपटने के लिए गोटरी स्कीम लागू की है। यह स्कीम पशुपालन विभाग द्वारा संचालित की जाएगी। योजना के तहत प्रदेश के 20 जिलों का चयन किया गया हैै। इन जिलों में 148 बकरी फार्मिग यूनिट की स्थापना की जाएगी। इसमें बकरी फार्मिंग की आठ यूनिट जिले में स्थापित होगी। योजना उसी क्षेत्र में संचालित की जाएगी जिन गांव में पहले से ही बकरी पालन के कार्य होते रहे हैं अथवा उस गांव में बकरियों की संख्या ज्यादा हो। एक यूनिट में 95 फिमेल और 5 मेल बकरियां रखी जाएगी। बकरियों के स्वास्थ्य की देख भाल और बीमा आदि की व्यवस्था पशुपालन विभाग करेगा।
केन्द्र सरकार ने प्रदेश में शत्-प्रतिशत अनुदान आधारित पौष्टिक आहार बढ़ाने तथा बेरोजगारों को अप्रत्यक्ष रोजगार मुहैया कराने की पहल की है। सरकार ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अन्तर्गत पशुपालन विभाग द्वारा संचालित होने वाली गोटरी स्कीम इसी का एक हिस्सा है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि योजना की गाईड लाइन आ चुकी है। बकरी पालन से बेरोजगारी दूध और मांस की समस्या दूर होगी।