जौनपुर। शहर में हो रही जबरदस्त बिजली कटौती के विरोध में शनिवार को कांग्रेसियों ने हल्ला मचाया। चिलचिलाती धूप मेें विधायक नदीम जावेद की अगुवाई में जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों ने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। इस दौरान प्रशासन विरोधी जमकर नारे भी लगाए गए। व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया गया। चेतावनी दी कि अगर निर्धारित समय में आपूर्ति सुचारू रूप से शुरू नहीं हुई तो कांग्रेसी जिले के बड़े अफसरों की भी बिजली गुल करेंगे।
दोपहर में भंडारी स्टेशन रेलवे स्टेशन से निकला जुलूस नगर के विभिन्न इलाके में भ्रमण करता हुआ कलेक्ट्रेट पहुंचा। पहले से प्रशासन को जानकारी नहीं होने महकमें में अफरातफरी जैसी स्थिति बन गई। कलेक्ट्रेट चौराहा पर पुलिस के जवान साथ-साथ लग गए। हाथ में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए लोग सीधे डीएम कार्यालय के सामने पहुंच गए। ऊंचे तापमान में लोगों का गुस्सा भी कम नहीं था। यहां हुई सभा में विधायक ने कहा कि बिजली विभाग की मनमानी के चलते शहरी जिंदगी नारकीय हो गई। सबसे ज्यादा निशाना सदर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को बनाया जा रहा है। भीषण गर्मी में बिजली नहीं मिलने छात्र, गृहणी, किसान और व्यवसायी सभी बेहाल है। प्रदेश सरकार 19 घंटे बिजली देने का दावा कर रही है लेकिन यहां लोगों को दस घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है। बिजली की किल्लत से पानी का संकट भी खड़ा हो गया है। इस दौरान पार्टी नेता राजेश सिंह ने कहा कि जरूरत के हिसाब से बिजली नहीं मिलने से सबसे ज्यादा दिक्कत निचले तबके के लोगों को हो रही है। अगर प्रशासन व्यवस्था दुरुस्थ नहीं करता है तो आगे भी लड़ाई जारी रहेगी। इस दौरान कार्यकारी जिलाध्यक्ष राम चंद्र मिश्र, पूर्व जिलाध्यक्ष शेर बहादुर सिंह, विजय प्रताप सिंह एडवोकेट, मंगला मिश्र, देवानंद मिश्र, लालजी चौहान, अनिल सोनकर, डा. चित्रलेखा सिंह, आदर्श सेठ, विशाल सिंह हुकुम, अनवारुल हक, नीरज राय, फैसल हसन तवरेज, आशीष माली, अमित मिश्रा, संदीप सोनकर, ज्ञानेश सिंह, उस्मान अली, मुन्ना पांडेय सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। संचालन एनएसयूआई के सत्यवीर सिंह ने किया।