जौनपुर। शुक्रवार तड़के जिला अस्पताल पहुंचे रेल मंत्री मुकुल रॉय ने यात्रियों के आंसू पोंछने की कोशिश की। रेलवे स्टेशन पहुंचने से पहले तक यहां झाड़ू और साफ सफाई के दौर चलते रहे। प्लेटफार्म पर सो रहे लोगों को किनारे कर दिया गया। प्लेटफार्म के बाहर रास्ते के आसपास के लोगों को नींद से उठाकर आरपीएफ ने हटा दिया। स्टेशन गेट के बाहर लगा चेकबोर्ड भी हटा दिया गया। सफाई कर्मचारियों ने दस मिनट के भीतर पूरा रास्ता चकाकच कर दिया।
मंत्री के पहुंचने से पहले रेलवे के एक दर्जन डीआरएम अस्पताल और स्टेशन पर तैनात हो चुके थे। आर्मी मेडिकल कोर की तीन गाडि़यां जिला अस्पताल पहुंच गई थीं। रेलवे स्टेशन से वह दो मिनट में जिला अस्पताल पहुंच गए। यहां एक-एक मरीज से बात की। उन्हें भरोसा दिलाया कि रेलवे उनके इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ेगी। यात्रियों से पूछा कि वह जहां जाना चाहेंगे रेलवे उन्हें मुफ्त में पहुंचाएगी। डीआरएम को आदेश दिया कि यात्रियों से बात कर उनके घर तक पहुंचाने का इंतजाम करें। जब तक मरीज स्वस्थ नहीं हो जाता तब तक उनकी निगरानी की जाए। घायलों के दवा से लेकर खाने पीने के इंतजाम की व्यवस्था की जाए। मरीज जब जाना चाहे तो उन्हें अपने इंतजाम से उनके घर पहुंचाए। जिला अस्पताल में भर्ती लोगों से रेल मंत्री ने अलग-अलग बात की। मरीजों के तीमारदारों ने रेलवे के इंतजाम और तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के लिए जिला प्रशासन की तारीफ की। मंत्री भी मरीजों के तीमारदारों की बात सुनकर गदगद नजर आए। साहिबगंज झारखंड के जयराम पांडेय अपनी पत्नी ललिता देवी के साथ देहरादून जा रहे थे। जयराम का बेटा देहरादून में बिजली इंजीनियर है। उसे लेकर इलाज के लिए दिल्ली जाना था। मंत्री ने जयराम पांडेय को पूरी सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। फैजाबाद के अमानीगंज कालोनी निवासी माधुरी मिश्रा के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। मंत्री ने जब मुलाकात की तो इनके बेटे और बहू ने रेलवे और स्थानीय प्रशासन की तारीफ की झड़ी लगा दी। कहा कि ऐसी व्यवस्थाएं कहीं नहीं देखी। रेलवे और स्थानीय प्रशासन घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक लगा हुआ है। आजमगढ़ अतरौला की मीरा (20) कोलकाता से अकबरपुर उतरने वाली थी। मंत्री ने मीरा से बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इसी तरह कोलकाता की एक वृद्ध महिला से मंत्री ने बंगाली में बात की। डीआरएम हावड़ा को बुलाकर कहा कि अपनी निगरानी में महिला का उपचार कराएं और घर तक पहुंचाएं।