जौनपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित उद्योग बंधु की बैठक नाली, खडंजा तक ही सीमित रही। वही मांगे यहां फिर उठाई गई जो लंबे समय से उठाई जाती रहे हैं। एजेंडे से इतर कांग्रेस नेता डा. बीएल वर्मा ने सीडा मैनेजर की शिकायत की तो बवाल मच गया। विवाद बढ़ने से पहले ही डीएम नाराज होकर बैठक से उठकर चले गए।
उद्योग बंधु की बैठक के दौरान मेसर्स भारत ब्रिक फील्ड कंधरपुर का मामला उठा। डीएम ने जिला ग्रामोद्योग अधिकारी को दस जून तक जांच कर निस्तारित करने को कहा। फिर शुरू हुआ नाली, खडंजा और पेयजल संकट की शिकायत का दौर। यह समस्या यहां हर बैठक में उठती है लेकिन कोई कार्रवाई नही होती। पवन गोल्ड बस के स्टापेज के संबंध में प्रमुख सचिव परिहन तथा आरएम इलाहाबाद को फिर पत्र लिखे जाने के आदेश दिए गए। पौधरोपण भी कराने की बात कही गई। बीच में डा. बीएल वर्मा ने सीडा मैनेजर की शिकायत करनी शुरू की तो कहा गया कि एजेंडे के बाहर की बातें बैठक के बाद होंगी। बैठक समाप्त होने के बाद डा. वर्मा फिर खड़े हुए और आरोप लगाया कि सीडा मैनेजर के यहां डाक तक रिसीव नहीं की जाती। उद्यमियों से दुर्व्यवहार किया जाता है। इसको लेकर बैठक में माहौल तल्ख हो गया। सीडा कार्यालय में कर्मचारियों को परेशान किया जाता है। वाद विवाद के बीच डीएम नाराज हो गए और बैठक से उठकर चले गए। बैठक में पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, डा. बीएल वर्मा, सीडीओ भूपेंद्र चौधरी, जीएम उद्योग एचपी सिंह आदि मौजूद थे।