जौनपुर। एजूकेशन पर भी वैट लगा दिया गया है। आईटीआई प्रवेश परीक्षा आवेदन पत्र पर छात्रों को पांच प्रतिशत वैट देना होगा। सामान्य जाति के आवेदन पत्र पर मूल्य 200 रुपये छपा है और दस रुपये वैट के साथ 210 में बेचा जा रहा है। अधिक मूल्य लिए जाने पर आईटीआई में रोज विवाद खड़ा हो रहा है। तहकीकात में पता चला कि प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने ही फार्म के साथ पांच फीसदी वैट वसूलने के आदेश दिए हैं। अनुसूचित जाति के फार्म का मूल्य 125 रुपये है। इस पर 6.25 रुपये वैट वसूला जाना है लेकिन फुटकर की दिक्कत से दस रुपये वसूला जा रहा है।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) सिद्दीकपुर से इन दिनों प्रवेश परीक्षा फार्मों की बिक्री शुरू की गई है। फार्म वितरण के दौरान यहां हर रोज हंगामा हो रहा है। विवाद अधिक पैसों को लेकर है। प्रवेश परीक्षा के आवेदन पत्र पर मूल्य कुछ छपा है और वसूला कुछ और जा रहा है। प्रत्येक आवेदन पत्र पर दस रुपये अधिक वसूले जा रहे हैं। तहकीकात में पता चला कि इस बार आईटीआई प्रवेश परीक्षा फार्म पर पांच फीसदी वैट लगा दिया गया है। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने ही वैट वसूलने का आदेश दिया है। आवेदन पत्र दर्ज की गई कीमत में वैट शामिल नहीं है। लिहाजा पांच फीसदी की दर से हर वर्ग के परीक्षा फार्म पर वैट वसूली की जा रही है। यह पहला मौका है जब प्रवेश परीक्षा के आवेदन पत्र पर भी टैक्स वसूली की जा रही है। रहा भी होगा तो आवेदन पत्र पर दर्ज शुल्क ही छात्रों से वसूला गया। आईटीआई प्रवेश परीक्षा फार्म में पहली बार ऐसा हुआ जब वैट वसूली भी शुरू कर दी गई। आईटीआई के लोग भी वैट लगाए जाने से भौचक हैं। चूंकि प्रविधिक शिक्षा के संयुक्त निदेशक की वैट वसूली के संबंध में चिट्ठी भी आ गई इस नाते संदेह अथवा शक की कोई गुंजाइश नहीं है। यह भी साफ कर दिया गया है कि सामान्य वर्ग के लोगों के फार्म कीमत 200 रुपये होगी और दस रुपये वैट वसूला जाएगा। इसी तरह अनुसूचित जाति के आवेदन पत्र 125 रुपये के होंगे लेकिन पांच प्रतिशत वैट लगाकर 131.25 रुपये में बेचा जाएगा। अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों को 6.25 रुपये वैट देना होगा। इस अघोषित वैट को लेकर छात्र हलाकान है। अब तक आईटीआई के तीन बिक्री काउंटरों से अनुसूचित जाति के 450 तथा सामान्य वर्ग के 1900 आवेदन पत्र बेचे जा चुके हैं। जिले को कुल 6800 फार्म आवंटित किए गए थे।