मुंगराबादशाहपुर। नगर की सफाई व्यवस्था इन दिनों भगवान भरोसे चल रही है। नगर पालिका परिषद की कमान प्रशासन को मिलने के बाद से एक भी सफाईकर्मी सड़क पर नजर नहीं आता। कूड़े के ढेर से सड़क और कचरे से नालियां बजबजा रही हैं। अधिकारी, कर्मचारी न तो जनता की बात सुनने को तैयार हैं और न ही काम करने को। जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है।
नगर के करीब 25 वार्डों में गंदगी का अंबार लगा है। जगह-जगह लगा कूड़े का ढेर और बजबजाती नालियां प्रशासक व्यवस्था की कलई खोलने को पर्याप्त हैं। एक पखवारे से साफ सफाई बंद है। मंदिर, मस्जिदों के पास भी कूड़े, कचरे का ढेर लगा है। घर से नहा धो कर धार्मिक स्थल पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को गंदगी का सामना करना पड़ता है। कस्बे के लोगों का कहना है कि नगर पालिका परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों की मनमर्जी से उन्हें तमाम दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होती। गंदगी के चलते घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। कूड़े, कचरे के ढेर से उठ रही दुर्गंध ने जीना मुहाल कर दिया है। जब अधिकारी ही आंखों पर पट्टी बांधे बैठे हैं तो कर्मचारियों को बेलगाम होने से कौन रोक सकता है। इस संबंध में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी धर्मराज का कहना है कि कर्मचारी कम होने के नाते सफाई व्यवस्था में कठिनाई आ रही है।