मुंगराबादशाहपुर। नगर पालिका चुनाव की आहट ने अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों की नींद उड़ा दी है। पिछले तीन पंचवर्षीय चुनावों में पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित रहा मुंगराबादशाहपुर का नगरपालिका परिषद का अध्यक्ष पद चक्रानुक्रम आरक्षण के तहत सामान्य वर्ग पुरुष के लिए घोषित हुआ है। वैश्य बाहुल्य नगर पालिका क्षेत्र में अध्यक्ष पद के दावेदारों की संख्या जहां लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी हर हथकंडे अपना रहे हैं। इनमें कुछ वोटों के सौदागर सूची में मतदाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए पते धार्मिक स्थलों का दर्ज करा रहे हैं।
नगर पालिका अध्यक्ष बनने की चाहत में संभावित उम्मीदवार तपती दोपहर में लू के थपेड़े झेलते हुए लोगों से मिल कर कुशलक्षेम पूछ रहे हैं। इतना ही नहीं धार्मिक स्थलों को भी बक्शा नहीं जा रहा है। अध्यक्ष पद प्राप्त करने की लालसा लिए वोट के कुछ सौदागर ऐन केन प्रकारेण हर हथकंडे अपना कर कुर्सी पर कब्जा जमाना चाहते हैं। इसका ताजा उदाहरण हाल में शुरू हुए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य से देखा जा सकता है। आवेदन पत्रों में मतदाता आवास के रूप में मंदिर या अन्य धार्मिक स्थलों का विवरण दिया गया है। ऐसा एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों आवेदनों में दर्शाया गया है। राजनीति का गुणा गणित यहीं तक सीमित नहीं है। संभावित उम्मीदवारों द्वारा कई पीढ़ी से नगर में निवास कर रहे एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के परिवार का नाम सूची से यह दलील देकर कटवा दिया गया है कि अमुक परिवार का वोट नहीं मिलेगा। जबकि सूची में नाम शामिल करने को तमाम ऐसे आवेदन दाखिल किए गए हैं जिनका क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों की सूची में पहले से नाम दर्ज है। इन बातों से अच्छी तरह वाकिफ होने के बावजूद पुनरीक्षण कार्य में लगे कर्मचारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष मेवा लाल साहू, वरिष्ठ भाजपा नेता राज बहादुर चौरसिया, वरिष्ठ समाजसेवी पशुपति नाथ गुप्ता, नगर व्यापार मंडल कोषाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता आदि ने डीएम और स्थानीय निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों से आवेदन पत्रों की गहनता से जांच और नगरवासियों का नाम सूची में दर्ज कराने की मंाग की है।