जौनपुर। जिले में बेखौफ वारदातें हो रही हैं। लगातार कहीं-कहीं न कहीं गोलियां चल रहीं हैं। देखा जाय तो अधिसंख्य घटनाएं पुरानी रंजिश या फिर जमीन विवाद में हुई। लूट की वारदातों में तमंचे की मुठिया का इस्तेमाल हुआ। अभी शनिवार को जलालपुर के थौर गांव में स्कूल के प्रबंधकीय विवाद में राम प्रवेश मिश्र (28) को गोली दिन में गोली मारी गई। सोमवार को राम प्रवेश की मौत हो गई। शनिवार की देर रात शहर के पालीटेक्निक चौराहा निवासी सर्वजीत विश्वकर्मा को आजमगढ़ रोड पर गोली मार दी गई। इस घटना में भूमि विवाद बताया गया। सोमवार की रात बरसठी में जैनेंद्र दुबे (22) को घर की छत पर गोली लगी। कुछ घंटे बाद पूर्वाह्न के वक्त बदलापुर के कूहीं कला के पंकज सिंह (28) को बाइक सवार बदमाशों ने गोलियां बरसाकर घायल कर दिया। बरसठी संवाददाता के अनुसार बदमाशों की दबंगई देखिए। घर की दूसरी मंजिर पर परिवार के साथ सो रहे जैनेंद्र दुबे उर्फ जैकी (22) को गोली मार दी गई। जैनेंद्र और उनके परिवार को समझ में नहीं आ रहा है कि गोली किसने और क्यों मारी। फिलहाल छत से 32 बोर रिवाल्वर का खोखा पाया गया है।
सोमवार की रात बरसठी निवासी विनय प्रकाश दुबे का पूरा परिवार घर की दूसरी मंजिल की छत पर सोया हुआ था। रात करीब 12 बजे अचानक एक गोली विनय दुबे के बेटे जैनेंद्र के सीने के पास लगी। जैनेंद्र ने सोचा कि किसी ने ईंट फेंकी होगी। जब हाथ लगाया तो खून बह चला था। इसके बाद तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। रात में ही जैनेंद्र को लेकर परिवार के लोग बगल में स्थित थाने पहुंचे। थाने पर तैनात मुंशी ने कहा कि पहले इलाज कराकर आए फिर तहरीर लिखी जाएगी। परिवार के लोग जैनेंद्र को लेकर अस्पताल गए। अस्पताल में इलाज के बाद रात में फिर थाने पहुंचे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। दरअसल रात में ही थानेदार सीता राम चौधरी को तबादले की सूचना मिल गई थी। इस नाते उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। मंगलवार सुबह नौ बजे तक पुलिस का यही रुख रहा। जब साढ़े नौ बजे तक तहकीकात करने कोई नहीं पहुंचा तो गांव के लोगों ने चक्काजाम कर दिया। साथ ही एसपी आकाश कुलहरी को जानकारी दी। एसपी ने निवर्तमान थानेदार को डांटा तो भागे-भागे घटनास्थल पर पहुंचे। वहां जाकर कहा कि उन्हें तनिक भी घटना के बारे में जानकारी नहीं हो पाई। फिलहाल कोई सीताराम चौधरी की बात पर भरोसा नहीं कर रहा था। जाम मंगलवार पूर्वाह्न 11.30 बजे एएसपी ग्रामीण सुरेश्वर ने फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि मडि़याहूं कोतवाल वीवी यादव तथा नेवढि़या थानेदार राज कुमार सिंह पहुंच रहे हैं। कोतवाल को तहरीर दें मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। एएसपी ने कहा कि पुलिस की शिथिलता की भी जांच की जाएगी। जरूरी हुआ तो कार्रवाई भी करेंगे। इसके बाद लोगों ने चक्काजाम समाप्त कर दिया। मौके पर पहुंचे नेवढि़या के थानेदार राज कुमार सिंह ने सवाल शुरू कर दिए। पूछा कि आसपास के किसी गांव में बारात तो नहीं आई थी। गांव वालों ने बताया कि डेढ़ किलोमीटर दूर मनीपुर और इतनी ही दूरी पर धनीपुर में रात में बारात आई थी। थानेदार ने कहा कि वहीं फायरिंग की गई होगी और गोली यहां तक आ गई। राज कुमार सिंह की बात पर किसी को भरोसा नहीं हुआ। बाद में मौके से 32 बोर रिवाल्वर का खोखा मिलने पर साफ हो गया कि गोली किसी ने नजदीक से ही दागी। थानेदार राज कुमार ने फिर अनुमान लगाया कि रास्ते से गुजर रहे किसी ने हवाई फायरिंग की और गोली जैनेंद्र को जा लगी। फिलहाल जैनेंद्र के चाचा विपिन प्रकाश दुबे की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। चक्काजाम का नेतृत्व बरसठी के प्रधान अरुण कुमार सिंह, सपा नेता प्रमोद कुमार यादव, ब्लाक प्रमुख पति मनोज सिंह, जिला पंचायत सदस्य कन्हैया लाल हलवाई, प्रधानपति प्रेम नरायन सिंह नीलू, उमा शुक्ला, टीटू जायसवाल, सभाजीत दुबे. संतोष, अंजू सिंह आदि कर रहे थे। बदलापुर संवाददाता के अनुसार थाना क्षेत्र के बटाऊवीर-तियरा मार्ग पर बाइक सवार बदमाशों ने कूही कला के विनय सिंह के बेटे पंकज सिंह (28) को घेरकर कई गोलियां दाग दीं। एक गोली दाहिने हाथ, एक बाई तरफ सीने में तथा तीसरी गोली दाई तरफ सीने में लगी। बुलेट पर पीछे बैठा गांव का ही अखिलेश यादव जान बचाकर यादव बस्ती की ओर भाग निकला। ताबड़तोड़ फायरिंग से कूहीकला मोड़ पर भगदड़ मच गई। मौके पर पहुंचे एसपी ने थानेदार की लापरवाही मानते हुए निलंबित कर दिया।
पंकज सिंह मंगलवार को अपनी बहन सपना सिंह की गोदभराई के लिए खरीदारी करने बटाऊबीर बाजार गया था। पंकज के साथ गांव का ही अखिलेश यादव भी था। दोनों सामान खरीदने के बाद घर लौट रहे थे। पूर्वाह्न 11 बजे दोनों बटाऊबीर-तियरा रोड से आ रहे थे कि दो बाइक पर सवार चार बदमाश कूहीकला मोड़ से करीब सौ मीटर पहले पंकज की बुलेट को ओवरटेक करने के साथ ही फायरिंग शुरू कर दी। पंकज को तीन गोलियां लगीं। दो गोली सीने में लगने से वह लहूलुहान होकर गिर गया। गोली की आवाज सुनते ही मौके पहुंचे आसपास के लोगों ने उसे बदलापुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सीने में गोली फंसी होने के नाते जिला अस्पताल से भी पंकज को बनारस रेफर कर दिया गया। उधर, घटना की जानकारी होने पर एसपी आकाश कुलहरी अपराह्न करीब एक बजे घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद विनय सिंह के घर भी पहुंचे और भरोसा दिलाया कि हमलावर जल्द गिरफ्तार होंगे। गांव वालों से बात करने के बाद मौके पर ही थानेदार श्रीधराचार्य पांडेय को कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद गांव के ही शिव प्रताप सिंह के घर पहुंचे। यहां ग्राम प्रधान देवेंद्र प्रताप सिंह, तथा भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह (नाटे) को लेकर थाने चले गए। उधर केराकत कोतवाली में तैनात रमेश पांडेय को बदलापुर का थानेदार बनाया गया है।
18 फरवरी 2011 को हरिशंकर सिंह, विनय सिंह, उमाशंकर सिंह के जमीन पर गाव के ही लाल बहादुर कहार ने छप्पर रखने की कोशिश की थी। इस छप्पर विवाद में भी कूही कला में गोली बारी हुई थी। इसमें हरिशंकर सिंह के पक्ष से आठ लोग तथा शिव प्रताप सिंह के पक्ष से तीन लोग घायल हुए थे। विनय सिंह के परिवार के लोग घटना को पुरानी रंजिश से जोड़कर देख रहे हैं। जख्मी पंकज सिंह ने बताया कि शिव प्रताप सिंह नाटे, सत्येंद्र प्रताप सिंह, राजेंद्र गुप्ता (ननका) तथा एक अन्य लोग घटना में शामिल थे। सभी गमछे से मुंह बांधे थे। चौथे को पहचान नहीं पाया।