खुटहन। मार्गों की दूरी इंगित करने को लगाए गए लोक निर्माण विभाग के बोर्ड राहगीरों को भ्रमित कर रहे हैं। कारण यह है कि निर्धारित दूरी और बोर्ड पर लिखी दूरी में काफी अंतर है। बाहर से आने वाले लोग अक्सर गफलत में पड़ जाते हैं।
क्षेत्र के पिलकिछा गांव में लगाए गए बोर्ड पर आजमगढ़ की दूरी 46 किलोमीटर लिखी गई है, जबकि शाहगंज से आजमगढ़ की दूरी 59 किलोमीटर और शाहगंज से पिलकिछा की दूरी 17 किलोमीटर है। इस तरह आजमगढ़ की दूरी में 30 किलोमीटर का अंतर है। इसी तरह शेरापट्टी गांव के पास लगाए गए बोर्ड पर आजमगढ़ की दूरी 42 किलोमीटर दर्शाई गई है। यहां भी 30 किलोमीटर का अंतर है। मालूम हो कि इलाहाबाद से गोरखपुर के इस मार्ग पर काफी संख्या में गाडि़यां चलती हैं। अधिकांश राहगीर मार्ग की दूरी से अनभिज्ञ रहते हैं। बताया जाता है कि इन बोर्डों को दो माह पूर्व रातोंरात लगाया गया था। बोर्ड पर लिखी गई दूरी का आंकलन किस तरह से किया गया है कोई समझ नहीं पा रहा। दूरी और किराए को लेकर वाहन चालकों का यात्रियों से विवाद भी होता रहता है।