मुंगराबादशाहपुर। सीडा के विस्तार के लिए किसानों ने अपनी जमीन देने से साफ इनकार कर दिया। काफी देर तक चली गरमागरम बहस के बाद प्रस्ताव लेकर पहुंचे अधिकारियों को बैरंग वापस होना पड़ा। किसानों का साफ कहना था कि पहले भी वह अपनी काफी जमीन दे चुके हैं अब और नहीं देंगे।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक और अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी हरीश प्रताप सिंह के नेतृत्व में सोमवार को एक टीम सीडा परिसर पहुंची। अधिकारियों के पहुंचने की खबर पर डिंगुर सराय गांव के सैकड़ों किसान पहले से डेरा जमाए हुए थे। महाप्रबंधक ने किसानों से कहा कि अगर पचास एकड़ भूमि गांव वाले दे दें तो सीडा परिक्षेत्र का विस्तार किया जा सकता है। इस पर किसानों ने कहा कि पहले ही वह 26 बीघा जमीन दे चुके हैं इसके बदले उन्हें क्या मिला। इस पर एक अधिकारी ने कहा कि सीडा का विस्तार हुआ तो मुंगराबादशाहपुर जिला बन सकता है। इस पर किसानों ने जवाब दिया कि मुंगराबादशाहपुर को पहले तहसील बना कर दिखाइए तब जिले की बात करिएगा। अधिकरियों ने एक प्रारूप पर हस्ताक्षर कराना चाहा तो किसान भड़क गए। साफ कहा कि किसी सरकारी कागज पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। अंत में एक सादे कागज पर जमीन नहीं देने की बात लिख कर हस्ताक्षर कर किसानों ने अधिकारियों को सौंप दिया। इस मौके पर विवेक सिंह, अनिल सिंह, राम नरेश जैसवार, आजाद अहमद, अजय प्रताप सिंह, विजय बिसेन, सूर्य लाल गुप्ता, गिरधारी लाल गुप्ता सहित अन्य किसान मौजूद रहे।