बदलापुर। क्षेत्र के उदपुर गेल्हवा गांव में सोमवार को एक रिहायशी मड़हे से उठी आग की लपटों ने आसपास के तीन छप्परों को अपनी चपेट में ले लिया। छप्पर में बांधी गई भैंस को बाहर करने के चक्कर में दो महिलाएं गंभीर रूप से झुलस गईं। दोनों को उपचार के लिए बदलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
बताया गया कि उदपुर गेल्हवा गांव निवासी मुन्नर यादव के रिहायशी छप्पर में सोमवार की सुबह खाना बन रहा था। चूल्हे से अचानक लपट उठी और ऊपर छप्पर तक पहुंच गई। कुछ ही देर में पूरा छप्पर आग का गोला बन गया। खाना बना रही महिला तो भाग निकलीं लेकिन घर गृहस्थी के सामान को नहीं बचाया जा सका। धीरे-धीरे तीन छप्पर आग की चपेट में आ गए। शिव सहाय के छप्पर में बंधी भैंस को बचाने के चक्कर में शोभावती (40) पत्नी शिव सहाय तथा तारा देवी (25) पत्नी अभयराज गंभीर रूप से झुलस गई। दोनों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। दोनों के अथक प्रयास के बावजूद भैंस को नहीं बचाया जा सका। बताया गया कि भैंस खूंटे में बंधी हुई थी। महिलाओं ने भैंस को खोलने की कोशिश जरूर की लेकिन लपटे तेज होने के नाते भैंस को नहीं खोल पाई। आग में खाद्यान्न, भूसा, साइकिल, आसपास लगे कटहल के तीन पेड़ भी जल गए। फायर जवानों ने गांव वालों की मदद से आग पर काबू पाया। क्षेत्रीय लेखपाल, कानूनगो ने भी आग की स्थिति की जानकारी ली तथा पीडि़त परिवारों को सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।