बरसठी। पशुधन मंत्री पारसनाथ यादव ने कराह पूजन के बहाने कई निशाने साधे। कराह पूजन के साथ बरसठी क्षेत्र पंचायत की हलचल भी तेज हुई। कहा जा रहा है कि काशीदास पूजन का मकसद ही क्षेत्र पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव की जमीन तैयार करना था। यहां क्षेत्र के बीडीसी सदस्यों को भी लामबंद करने की कोशिश की गई। समझा जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर अविश्वास प्रस्ताव डीएम के यहां पेश किया जा सकता है। कराह पूजन में जुटे इलाके के कई लोगों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों तथा प्रधानों से चर्चा की गई। यह अलग बात है कि मंत्री या फिर उनके परिवार के किसी सदस्य ने सीधे चर्चा नहीं की लेकिन अविश्वास प्रस्ताव को लेकर लामबंदी जरूर हुई। मंत्री पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव ने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई जानकारी नहीं थी। कराह पूजन विशुद्ध रूप से पशु रक्षा का पूजन था। इसमें राजनीतिक बातें नहीं हुई।
क्षेत्र पंचायत प्रमुखों के लिए 22 दिसंबर 2010 को हुए चुनाव में इलाहाबाद विवि के छात्रनेता रहे मनोज सिंह की पत्नी रूबी सिंह 48 मतों के साथ निर्वाचित घोषित की गई थी। रूबी सिंह के मुकाबले पशुधन मंत्री पारस नाथ यादव की पत्नी हीरावती देवी ने चुनाव लड़ा था। हीरावती को 41 मत मिले थे और दो मत निरस्त कर दिए गए थे। कुल 91 बीडीसी सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया था। अविश्वास प्रस्ताव के लिए 46 या फिर 47 बीडीसी सदस्यों की जरूरत होगी। मंत्री के कुछ करीबी लोग अविश्वास प्रस्ताव के कागज पर हस्ताक्षर करा रहे हैं। कुछ खुलकर तो कुछ परदे के पीछे से स्वीकार कर रहे है कि 20 मई तक शपथपत्र युक्त अविश्वास प्रस्ताव डीएम के यहां पहुंच जाएगा। कहा जा रहा है कि 13 मई को श्रीराम महाविद्यालय निगोह में आयोजित कराह पूजन कार्यक्रम में बीडीसी सदस्य लामबंद दिखे। कई ने खुलकर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की। जरौता की प्रधान के पति प्रेम नरायन सिंह उर्फ नीलू सिंह का दावा है कि 20 मई तक अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया जाएगा। नीलू कहते हैं कि मंत्री के बेटे लकी यादव की अगुवाई में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। सहादतपुर के पूर्व प्रधान दीनानाथ सिंह उर्फ कल्लू पांडेय ने स्वीकार किया कि रविवार को कराह पूजन के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई। हमने तीन बीडीसी सदस्यों के समर्थन की बात कही है। कल्लू ने यह भी कहा कि पिछले चुनाव के दौरान वह मंत्री के साथ नहीं थे लेकिन अविश्वास प्रस्ताव में उनके तीनों बीडीसी मंत्री के साथ रहेंगे। कल्लू ने कहा कि उन्होंने भरोसा दिलाया है कि चाहे तो खुला वोट ले लें। ऐसे में साफ है कि देरसबेर अविश्वास प्रस्ताव आना ही है। इसके इतर लकी यादव पूरे घटनाक्रम से अनजान है। फोन पर हुई बात में कहा कि उन्हें नहीं पता कि बीडीसी, प्रधान या फिर पूर्व प्रधान क्या कर रहे हैं। कराह पूजन के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर कोई चर्चा नहीं हुई।