जौनपुर। स्थानीय जंक्शन स्टेशन पर सोमवार को अनारक्षित काउंटर पर टिकट वापसी को लेकर बवाल हो गया। यात्रियों का आरोप है कि टिकट वापसी करने में दस रुपये के बजाए तीस रुपये मांगा जा रहा था। इसी से नाराज यात्रियों ने इसकी शिकायत टीआई से की। टीआई ने टिकट वापस कराया इसके बाद मामला शांत हुआ।
बताया गया कि सोमवार को कई लोगों को अनारक्षित टिकट यह कहकर लौटा दिया गया कि टिकट ट्रेन आने से आधा घंटा पहले दिया जाएगा। ऐसा मुख्य वाणिज्य सेल पर्यवेक्षक का आदेश है। जबकि नियम है कि तीन दिन पहले किसी भी ट्रेन का अनारक्षित टिकट किसी भी स्टेशन से यात्री निकाल सकता है। सोमवार को यात्री जंक्शन स्टेशन पर आधा घंटा पहले टिकट लेने के लिए गए। काउंटर पर यात्रियों की लंबी कतार लगी होने के नाते कई लोगों को टिकट नहीं मिल सका। एक यात्री का आरोप है कि वह ताप्ती गंगा एक्सप्रेस का ट्रेन का टिकट काउंटर लेकर प्लेटफार्म पर पहुंचा तो उसकी ट्रेन छूट गई। यात्री टिकट वापस करने दोबारा लाइन में लगा। उसका नंबर आया तो टिकट निरस्त करने के बजाए टिकट काउंटर पर बैठे कर्मचारी ने टिकट अपने पास रख लिया और दस रुपये के बजाए 31 रुपये काटने लगा। इसी बात को लेकर यात्री भड़क उठा और हंगामा खड़ा कर दिया। तब तक टीआई अविनाश पांडेय भी पहुंच गए। यात्री को समझाया और उसका टिकट काउंटर पर वापस कराया। यात्रियों का आरोप है कि यह रोज की बात है। ताप्ती गंगा, इंटरसिटी आदि ट्रेन के समय यही स्थिति रहती है। टीआई अविनाश पांडेय का कहना है कि टिकट वापसी को लेकर एक यात्री ने हंगामा कर दिया था। इस विषय में टिकट काउंटर पर बैठे कर्मचारी से पूछताछ की तो पता चला कि भूल से ऐसा हो गया है। यात्री का टिकट दस रुपये काटकर वापस कर दिया गया।