उरई (जालौन)। ओला, व आंधी-तूफान से पीड़ित किसानों मजदूरों के लिए शासन से आई राहत राशि के वितरण में की जा रही मनमानी के विरोध में आज गिरथान गांव के पचास से अधिक किसानों ने तहसील में प्रदर्शन कर गांव के लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
उरई तहसील के ग्राम गिरथान के किसान नंदराम, अमृत सिंह, देवेंद्र सिंह, बाल किशुन, मान सिंह, उमाकांत, राम बाबू, लालाप्रसाद समेत पचास से अधिक किसानों ने कहा कि हम लोगों के आंधी तूफान ओला की वजह से मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे गांव के लेखपाल ने उस समय हम लोगों से पांच पांच सौ रुपए मांगे लेकिन हम लोगों का आंधी तूफान में एक तो सब कुछ तबाह हो गया था। दूसरा गरीबी की वजह से पैसा नहीं दे पाए। नतीजा यह हुआ कि हम जैसे गांव के पचास से अधिक गरीबों के मकानों की हुई क्षति का आंकलन नहीं किया। जबकि गांव के जो संपन्न लोग हैं उनको क्षति का मुआवजा चेकों के माध्यम से बांटा जा रहा है।
जब इस संबंध में हम लोगों ने लेखपाल से पूछा तो वह टका सा जवाब दे रहे हैं कि तुमने हमें नहीं समझा हम चेक कैसे दे दें। ग्रामीणों ने गांव के लेखपाल द्वारा की गई मनमानी की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। एसडीएम धीरेद्र कुमार ने ग्रामीणों को कार्रवाई का भरोसा दिया है।
उरई (जालौन)। ओला, व आंधी-तूफान से पीड़ित किसानों मजदूरों के लिए शासन से आई राहत राशि के वितरण में की जा रही मनमानी के विरोध में आज गिरथान गांव के पचास से अधिक किसानों ने तहसील में प्रदर्शन कर गांव के लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
उरई तहसील के ग्राम गिरथान के किसान नंदराम, अमृत सिंह, देवेंद्र सिंह, बाल किशुन, मान सिंह, उमाकांत, राम बाबू, लालाप्रसाद समेत पचास से अधिक किसानों ने कहा कि हम लोगों के आंधी तूफान ओला की वजह से मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे गांव के लेखपाल ने उस समय हम लोगों से पांच पांच सौ रुपए मांगे लेकिन हम लोगों का आंधी तूफान में एक तो सब कुछ तबाह हो गया था। दूसरा गरीबी की वजह से पैसा नहीं दे पाए। नतीजा यह हुआ कि हम जैसे गांव के पचास से अधिक गरीबों के मकानों की हुई क्षति का आंकलन नहीं किया। जबकि गांव के जो संपन्न लोग हैं उनको क्षति का मुआवजा चेकों के माध्यम से बांटा जा रहा है।
जब इस संबंध में हम लोगों ने लेखपाल से पूछा तो वह टका सा जवाब दे रहे हैं कि तुमने हमें नहीं समझा हम चेक कैसे दे दें। ग्रामीणों ने गांव के लेखपाल द्वारा की गई मनमानी की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। एसडीएम धीरेद्र कुमार ने ग्रामीणों को कार्रवाई का भरोसा दिया है।