उरई (जालौन)। बीएलओ के सत्यापन किए बिना वोटर लिस्ट को फाइनल करने की नतीजे अब सामने आ रहे हैं। मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी उजागर हुई है। नगर के अधिकतर बाहरी वार्डों में सालों से रह रहे लोगों के वोट काट कर उनकी जगह गांव के लोगों के वोट फर्जी ढंग से बनवाए गए हैं। हालात यह है अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित वार्ड के मूल दलित मतदाताओं के ही वोट काट दिए गए हैं। इससे आहत स्थानीय नागरिकों ने फर्जी मतदाताओं को वोट नहीं देने का फैसला किया है।
शहर के बाहरी वार्डों में वोटर लिस्ट में ज्यादा गड़बड़ी देखने को मिल रही है। यहां तीन से चार गलियों में रहने वाले लोगों के वोट एक साथ काट दिए गए। बीएलओ ने भौतिक सत्यापन किए बिना ही वोटर लिस्ट फाइनल कर दी । वार्ड ग्यारह का हाल तो यह है अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित वार्ड के दलित मतदाताओं के वोट ही काट दिए गए। उनकी जगह आसपास के गांव के निवासियों के वोट बनवा दिए गए। वार्ड ग्यारह के निवासी रवि साहू व राकेश निषाद कहते हैं अबकी सभासद व नगर अध्यक्ष पद के उसी प्रत्याशी को वोट देंगे जो दलित मजदूर व समाज के कमजोर तबके का दर्द समझाता हो। किसी दलित या मजदूर संघ का पदाधिकारी रहा हो साथ ही कुछ वर्ष समाजसेवा का अनुभव भी हो। श्रीमती नीलम सुरेश तथा श्रीमती ऊषा निषाद कहती हैं कम से कम दस साल से वार्ड में रहने वाले प्रत्याशी को वोट दिया जाएगा।
बाहरी जिले से एक दो साल पहले वार्ड में आकर रहने वाले को वोट नहीं दिया जाएगा। शहर का बाहरी वार्ड होने के कारण यहां बिजलीके खंभों के अभाव में 200 मीटर तक लोग बांस लगाकर निजी लाइन खिंचवा कर
घरों में बिजली जला रहे हैं। बिजली के खंभे लगने चाहिए। सड़क बिजली तथा पानी की समुचित व्यवस्था कराने वाला प्रत्याशी ही नगर अध्यक्ष औ सभासद होगा। वार्ड के रविंद्र गुप्ता व मूलचंद्र निषाद कहते हैं बरसात में गल्लामंडी के सामने का इलाका टापू बन जाता है। बरसात के दिनों में रिश्तेदार भी यहां आने से मना कर देते हैं। जल निकासी वार्ड की बड़ी समस्या है। इन समस्याओं से छुटकारा दिलाने वाले को ही वार्ड के नागरिक वोट देंगे। श्रीमती उमा परिहार तथा नारायण दास राठौर कहते हैं कि वार्ड में जुआरियों के आगे पुलिस बेबस नजर आती है। जुआरियो से निजात दिलाने वाले ही नगर अध्यक्ष और सभासद पद के प्रत्याशी को वार्ड से समर्थन मिलेर्गा।
उरई (जालौन)। बीएलओ के सत्यापन किए बिना वोटर लिस्ट को फाइनल करने की नतीजे अब सामने आ रहे हैं। मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी उजागर हुई है। नगर के अधिकतर बाहरी वार्डों में सालों से रह रहे लोगों के वोट काट कर उनकी जगह गांव के लोगों के वोट फर्जी ढंग से बनवाए गए हैं। हालात यह है अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित वार्ड के मूल दलित मतदाताओं के ही वोट काट दिए गए हैं। इससे आहत स्थानीय नागरिकों ने फर्जी मतदाताओं को वोट नहीं देने का फैसला किया है।
शहर के बाहरी वार्डों में वोटर लिस्ट में ज्यादा गड़बड़ी देखने को मिल रही है। यहां तीन से चार गलियों में रहने वाले लोगों के वोट एक साथ काट दिए गए। बीएलओ ने भौतिक सत्यापन किए बिना ही वोटर लिस्ट फाइनल कर दी । वार्ड ग्यारह का हाल तो यह है अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित वार्ड के दलित मतदाताओं के वोट ही काट दिए गए। उनकी जगह आसपास के गांव के निवासियों के वोट बनवा दिए गए। वार्ड ग्यारह के निवासी रवि साहू व राकेश निषाद कहते हैं अबकी सभासद व नगर अध्यक्ष पद के उसी प्रत्याशी को वोट देंगे जो दलित मजदूर व समाज के कमजोर तबके का दर्द समझाता हो। किसी दलित या मजदूर संघ का पदाधिकारी रहा हो साथ ही कुछ वर्ष समाजसेवा का अनुभव भी हो। श्रीमती नीलम सुरेश तथा श्रीमती ऊषा निषाद कहती हैं कम से कम दस साल से वार्ड में रहने वाले प्रत्याशी को वोट दिया जाएगा।
बाहरी जिले से एक दो साल पहले वार्ड में आकर रहने वाले को वोट नहीं दिया जाएगा। शहर का बाहरी वार्ड होने के कारण यहां बिजलीके खंभों के अभाव में 200 मीटर तक लोग बांस लगाकर निजी लाइन खिंचवा कर
घरों में बिजली जला रहे हैं। बिजली के खंभे लगने चाहिए। सड़क बिजली तथा पानी की समुचित व्यवस्था कराने वाला प्रत्याशी ही नगर अध्यक्ष औ सभासद होगा। वार्ड के रविंद्र गुप्ता व मूलचंद्र निषाद कहते हैं बरसात में गल्लामंडी के सामने का इलाका टापू बन जाता है। बरसात के दिनों में रिश्तेदार भी यहां आने से मना कर देते हैं। जल निकासी वार्ड की बड़ी समस्या है। इन समस्याओं से छुटकारा दिलाने वाले को ही वार्ड के नागरिक वोट देंगे। श्रीमती उमा परिहार तथा नारायण दास राठौर कहते हैं कि वार्ड में जुआरियों के आगे पुलिस बेबस नजर आती है। जुआरियो से निजात दिलाने वाले ही नगर अध्यक्ष और सभासद पद के प्रत्याशी को वार्ड से समर्थन मिलेर्गा।