उरई (जालौन)। मातृ एवं शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ के द्विवार्षिक चुनाव में महिला कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया। इनमें एक गुट का नेतृत्व अध्यक्ष आशा गोयल, ब्रजेंद्री राजपूत व प्रभा शुक्ला कर रही थीं जबकि श्रीमती उमा द्विवेदी खुद को अध्यक्ष पद का दावेदार बताकर दूसरे गुट का नेतृत्व कर रही थी। हंगामा बढ़ता देख चुनाव पर्यवेक्षक हरगोविंद दयाल श्रीवास्तव ने 17 जून को चुनाव की नई तिथि घोषित कर मामला शांत किया।
मातृ एवं शिशु कल्याण कर्मचारी संघ का द्विवार्षिक चुनाव रविवार को जिला चिकित्सालय परिसर में होना था। अध्यक्ष श्रीमती आशा गोयल सर्वसम्मति सेे चुनाव की पक्षधर थीं लेकिन श्रीमती उमा द्विवेदी गुट की महिलाएं चुनाव कराके संगठन की संबद्धता राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से हटाने की मांग कर रही थी। जिला मंत्री बृजेंद्री राजपूत, प्रांतीय मंत्री श्रीमती प्रभा शुक्ला ने यह कहकर इसका विरोध किया कि प्रांतीय संगठन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से ही संबद्ध है। उसे हटाना संभव नहीं है। जहां तक चुनाव की बात है तो सर्व सम्मति से हो। भले ही कोई अध्यक्ष बने लेकिन ऊषा द्विवेदी इस बात को जब मानने को तैयार नहीं हुई तो चुनाव अधिकारी हरगोविंद श्रीवास्तव ने व्यवस्था दी कि चुनाव नियमानुसार होगा। वोटर लिस्ट का प्रकाशन कराएं। सदस्यता के अनुसार अपनी अपनी सूचियां दस जून तक उन्हें सौंप दें ताकि वैधानिक तरीक से चुनाव हो सके।
चुनाव अधिकारी हरगोविंद श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि चुनाव अब 17 जून को विकास भवन के राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद कार्यालय परिसर में होगा। चुनाव में पूरी निष्पक्षता का ख्याल रखा जाएगा। इस पर दोनों पक्षों ने चुनाव अधिकारी के सुझाव पर अपनी सहमति दी। बैठक में रामनंदनी, सुशील, कमला रावत, रानी देवी, कृष्णा जाटव, शकुन्लता, राजेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहीें।