उन्नाव। जिले की दो प्रमुख नगर पालिकाओं में मनमाने प्रत्याशी चुनने को बेताब बाहरी नेताओं के खिलाफ जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष एकजुट हो गए हैं। इन लोगों ने शनिवार को बैठक कर रणनीति बनाई जबकि कुछ नेता शुक्रवार को बैठक की शिकायत लेकर लखनऊ गए थे।
संयोजक बनने के साथ ही जिला भाजपा में घमासान छिड़ा है। एक गुट में जहां जिला प्रभारी, विभागीय संगठन मंत्री के साथ एक पूर्व महामंत्री व गंगाघाट से टिकट के एक दावेदार शामिल हैं वहीं संयोजक के साथ जिले की पूरी भाजपा खड़ी है। शुक्रवार की बैठक में प्रत्याशी थोपने और मनमानियों का विरोध करने पर पूर्व जिलध्यक्षों को बाहर कर दिया गया था। इससे जिले के भाजपाइयों में न केवल आक्रोश है बल्कि वह चौकड़ी के खिलाफ लामबंद भी हो गए हैं। शनिवार को चार पूर्व जिलाध्यक्षों की उन्नाव रायबरेली रोड स्थिति एक नेता के घर बैठक हुई। इसमें जिले के कार्यकर्ताओं में फूट डालने की कोशिश का विरोध किया गया और जिला प्रभारी और विभागीय संगठन मंत्री की शिकायत प्रदेश के पदाधिकारियों से करने की रणनीति बनी। एक पूर्व जिलाध्यक्ष हालांकि इस बैठक में शामिल नहीं हुए लेकिन जिले के पदाधिकारी उन्हें भी अपने ही खेमे में गिना रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ अन्य नेता शनिवार को शुक्रवार के हुई बैठक की शिकायत लेकर लखनऊ गए थे।