गंजमुरादाबाद (उन्नाव)। शनिवार को मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में बादल छा गए। यदि बरसात हो गई तो सैकड़ों टन सरकारी गेहूं सड़ जाएगा। क्योंकि विकास खंड के सभी क्रय केंद्रों पर भारी मात्रा में गेहूं खुले में रखा है। केंद्रों में गेहूं सुरक्षित रखने के कोई इंतजाम नहीं हैं।
इस विकास खंड में महमदाबाद कलवारी, साधन सहकारी समिति अटवाबैक तथा मवई घनश्याम में सरकारी गेहूं क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। बाजारी भाव और सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य में करीब 250 रुपए का अंतर होने के कारण किसानों का रुझान सरकारी क्रय केंद्रों की ओर अधिक है। जिससे इन केंद्रों में भारी पैमाने में गेहूं खरीद जारी है। लेकिन खरीदे गए गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए इन केंद्रों पर कोई ठोस इंतजाम नहीं हैं। उधर शनिवार को मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान मे बादल दिखे। तौल कराने के लिए आए किसानों का कहना है कि यदि पानी बरसा तो खुले आसमान के नीचे रखा सैकड़ों टन गेहूं भीगकर सड़ सकता है। अभी तक प्रशासन की नजर इस समस्या पर नहीं पड़ी है। इन केंद्रों के प्रभारियों का कहना है कि यदि बरसात होती है तो तिरपाल से इस गेहूं को सड़ने से बचाने के प्रयास किए जाएंगे।