उरई (जालौन)। भारतीय किसान यूनियन ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश के अनूपपुर में आंदोलनकारी किसानों पर
शिवचरण सिंह चौहान सरकार की शह पर किए गए लाठीचार्ज और फायरिंग की घटना की कड़ी निंदा की।
भाकियू ने अपनी जमीन के अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों पर दर्ज मुकदमे बिना शर्त वापस न लेने पर आंदोलन छेड़ने का भी अल्टीमेटम दिया।
शुक्रवार को स्थानीय पंचायत किसान भवन में भाकियू की जिला स्तरीय पंचायत को संबोधित करते हुए
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम सिंह लंबरदार ने अनूपपुर में जमीन के अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों के खिलाफ मध्यप्रदेश सरकार के दमनपूर्ण रवैये की कड़ी निंदा की। उन्होेंने कहा अनूपपुर जिले में लगने वाले
पावर प्लांट के लिए किसानों की जमीनों का अधिग्रहण कौड़ियों के भाव जबरन किया गया है। स्थानीय किसानों ने जब इसका विरोध किया तो मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की शह पर पुलिस ने निहत्थे किसानों पर लाठीचार्ज और गोलियां चला कर शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया। हजारों किसानों के साथ भाकियू के कई पदाधिकारियों को जेल में बंद कर दिया।
पंचायत में किसान विरोधी रवैया अपनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार की कड़ी निंदा की गई। मांग की गई किसानों के साथ भाकियू के पदाधिकारियों को तुरंत जेल से रिहा किया जाए तथा उन पर लगे मुकदमे बिना शर्त वापस लिए जाएं। अन्यथा इसके विरोध में शीघ्र दिल्ली में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। बैठक में डा.केदारनाथ, रामलखन एटा, श्यामसुंदर, रामप्रताप पटेल, राघवेंद्र सिंह गुर्जर, रामकुमार खरुसा, लल्लूराम गढ़र, बृजेश राजपूत,विनोद तिवारी, सुरेश चौहान, सीताराम ददा, भगवान सिंह कुशवाहा, संतोष दुबे, रामखिलावन प्रजापति और पूरन यादव आदि किसान नेताओं भी विचार व्यक्त किए।