उरई (जालौन)। कुठौंद पुलिस बदमाशों से भिड़ने वाले किसान के हत्यारों का सुराग डेढ़ महीने बाद भी नहीं लगा पाई है।
बीती 17 अप्रैल को कुठौंद थाना क्षेत्र के ग्राम बरियापुर निवासी श्रीधर सिंह का 30 वर्षीय पुत्र रामपाल अपने खेतों पर गेहूं की मड़ाई कर रहा था तभी जालौन औरैया हाईवे पर बुलट मोटरसाइकिल सवार चार बदमाशों ने ट्रक रोककर लूटपाट शुरू कर दी। यह देख रामपाल बदमाशों से भिड़ गया। इस पर बदमाशों ने रामपाल को गोलीमार दी। परिजन उसे कानपुर ले गए जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने ट्रक चालक के बताए हुलिया के अनुसार बदमाशों के स्क्रैच भी जारी किए लेकिन डेढ़ माह बाद भी कुठौंद थाना पुलिस हत्यारों को नहीं पकड़ पाई। इससे मृतक किसान के परिजनों में आक्रोश है।
यहीं नहीं तकरीबन छह माह पूर्व कुठौंद थाना क्षेत्र के शेखपुर बुजुर्ग गांव के बाहर डीजल टैंक के चौकीदार ढपोले बाल्मीकि की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। शव को डीजल डालकर जला दिया था तथा लूटपाट की थी। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार सिंह ने घटनास्थल से रिवाल्वर के दो कारतूस भी बरामद किए थे लेकिन छह माह बीत जाने के बाद पुलिस के हाथों में हत्यारोपी नहीं लगे और पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। इस बाबत प्रयास के बाद भी थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार सिंह से मोबाइल पर बात नहीं हो सकी।
उरई (जालौन)। कुठौंद पुलिस बदमाशों से भिड़ने वाले किसान के हत्यारों का सुराग डेढ़ महीने बाद भी नहीं लगा पाई है।
बीती 17 अप्रैल को कुठौंद थाना क्षेत्र के ग्राम बरियापुर निवासी श्रीधर सिंह का 30 वर्षीय पुत्र रामपाल अपने खेतों पर गेहूं की मड़ाई कर रहा था तभी जालौन औरैया हाईवे पर बुलट मोटरसाइकिल सवार चार बदमाशों ने ट्रक रोककर लूटपाट शुरू कर दी। यह देख रामपाल बदमाशों से भिड़ गया। इस पर बदमाशों ने रामपाल को गोलीमार दी। परिजन उसे कानपुर ले गए जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने ट्रक चालक के बताए हुलिया के अनुसार बदमाशों के स्क्रैच भी जारी किए लेकिन डेढ़ माह बाद भी कुठौंद थाना पुलिस हत्यारों को नहीं पकड़ पाई। इससे मृतक किसान के परिजनों में आक्रोश है।
यहीं नहीं तकरीबन छह माह पूर्व कुठौंद थाना क्षेत्र के शेखपुर बुजुर्ग गांव के बाहर डीजल टैंक के चौकीदार ढपोले बाल्मीकि की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। शव को डीजल डालकर जला दिया था तथा लूटपाट की थी। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार सिंह ने घटनास्थल से रिवाल्वर के दो कारतूस भी बरामद किए थे लेकिन छह माह बीत जाने के बाद पुलिस के हाथों में हत्यारोपी नहीं लगे और पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। इस बाबत प्रयास के बाद भी थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार सिंह से मोबाइल पर बात नहीं हो सकी।