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चालीस गांवों में फसलें सूखने की कगार पर

Jalaun Updated Wed, 30 May 2012 12:00 PM IST
उरई (जालौन)। आंधी-तूफान और ओलावृष्टि से छिन्न-भिन्न हुई 40 गांवों की बिजली व्यवस्था पटरी पर नहीं आ सकी है। बीस दिन से बिजली न होने के कारण नलकूप ठप हैं। इससे किसानों की फसलें सूख रही हैं। मंगलवार को भाकियू नेताओं के साथ इन गांवों के करीब सौ लोगों ने जिलाधिकारी के आगे दुखड़ा रोया। डीएम मनीषा त्रिघाटिया ने एडीएम लोकपाल सिंह को समस्या का शीघ्र समाधान कराने का निर्देश दिया है।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम सिंह लंबरदार, जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन के नेतृत्व में भाकियू नेता रामकुमार पटेल, लल्लूराम गढ़र, ताराचंद दीक्षित, बृजेश कुमार राजपूत बाबूजी, अनिल कुमार खरुसा, चौधरी मुकीम, जयप्रकाश, नरेंद्र, शीलू, दीपू, बच्चाराम, रामखिलावन, भरत तिवारी, राजू गढ़र ने आदि डीएम को बताया कि पिछले दिनों आंधी तूफान ओलावृष्टि से 40 गांवों की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। ग्राम मड़ोरा, उसरगांव, करसान, बजीदा, गढ़र, टिकटौली, इमिलिया, कुसमी, खरूसा, शहजादपुरा, मलूपुरा आदि गांवों में 20 दिन से बिजली आपूर्ति ठप है। नलकूप न चल पाने से इन गांवों में गन्ना, मूंग और मैंथा की फसलें सूखने की कगार पर पहुंच गई हैं।

जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीएम लोकपाल सिंह को किसानों की विकट समस्या का शीघ्र से शीघ्र निराकरण कराने के निर्देश दिए। एडीएम ने अधीक्षण अभियंता अशोक हरीत को इन 40 गांवों की बिजली व्यवस्था जल्द से जल्द दुरुस्त कराने को कहा है।
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