उरई (जालौन)। ग्राम पंचायत कुठौंद में बीते दो माह से मनरेगा का काम ठप होने व छात्रवृत्ति का पैसा न बंटने पर जिला पंचायत राज अधिकारी राजपाल सिंह ने ग्राम पंचायत अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
जिला पंचायत राज अधिकारी राजपाल सिंह ने मंगलवार को ग्राम पंचायत कुठौंद का आकस्मिक निरीक्षण किया। इसके बाद वह न्याय पंचायत कार्यालय भी गए जहां अधिकांश कर्मचारी गायब मिले। ग्राम पंचायत कुठौंद में पाया गया कि 1 अप्रैल से मनरेगा का काम ठप है जबकि ग्राम पंचायत के खाते में दो लाख 30 हजार रुपये पड़े हैं। इसी तरह न्याय पंचायत के आधा दर्जन विद्यालयों की छात्रवृत्ति का 51 हजार रुपया पंचायतों के खाते में पड़ा है। इसके बावजूद उसका वितरण नहीं किया गया। अब विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी हो गई है।
ग्राम पंचायत कुठौंद के ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान ने 26 हजार रुपये हैंडपंपों की मरम्मत के लिए निकाल लिया लेकिन यह उल्लेख नहीं किया कि निकाली गई धनराशि से कहां कौन से हैंडपंप की मरम्मत कराई गई है। जिला पंचायत राज अधिकारी राजपाल सिंह ने बताया कि न्याय पंचायत सचिवालय में रोस्टर के अनुसार पशु चिकित्साधिकारी, सींचपाल, बोरिंग टेक्नीशियन, एएनम, लाइनमैन, किसान सहायक की तैनाती है लेकिन वहां कार्यालय पर कोई भी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि रोस्टर के अनुसार न्याय पंचायत कार्यालय पर न जाने वाले अधिकारी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए संबंधित विभागों को लिखेंगे।