कोंच(जालौन)। उरई सदर विधायक दयाशंकर वर्मा ने कहा पीडि़त मानवता की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। और इस सेवा भाव को सामाजिक संस्था भारत विकास परिषद ने उपेक्षित और समाज के अंतिम व्यक्ति की सेवा के माध्यम से गंभीरता से उजागर किया है। सामाजिक संस्था भारत विकास परिषद के 14 वें दायित्व ग्रहण समारोह में सदर विधायक ने यह बात कही। इस अवसर पर भारत विकास परिषद कार्यकारिणी के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई।
गुरुवार को नगर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में भारत विकास परिषद् का दायित्व ग्रहण समारोह
आयोजित किया गया। निवर्तमान अध्यक्ष डॉ0 दिनेश उदैनिया समारोह की अध्यक्षता की। मुख्य अतिथि उरई सदर विधायक दयाशंकर वर्मा और विशिष्ट अतिथि उपजिलाधिकारी मोहम्मद गफ्फार रहे। अधिष्ठापन अधिकारी व परिषद् के प्रांतीय पदाधिकारी राजेश जैन ने नव निर्वाचित अध्यक्ष गजराज सिंह सेंगर, सचिव अनिल कपूर स्वर्णकार और कोषाध्यक्ष संदीप चौपड़ा को शपथ दिलाई। इसके बाद मनोनीत उपाध्यक्ष नेमिचन्द्र अग्रवाल, मीरा बहरे, सहसचिव विनोद चंसौलिया, राजेन्द्र निगम, संगठन सचिव प्रदीप गुप्ता, अंकेक्षक धर्मेन्द्र पहारिया, सूचना सचिव महेन्द्र कौशल, महिला संयोजिका रजनी डेंगरे तथा कार्यकारिणी सदस्यों काजी मुईनउद्दीन, सीताराम प्रजापति, नृसिंह गहरवार, रामशंकर छानी, मनोज नगाइच, इंदिरा द्विवेदी, रामप्रकाश निरंजन पड़री, शैलेन्द्र अग्रवाल, कृष्णकुमार मिश्रा,देवेन्द्र कुमार, ब्रजबल्लभ सिंह सेंगर, वीरेन्द्र बहरे, अमित सोनी, मोहन अग्रवाल, श्रीकांत गुप्ता, प्रोफेसर वीरेन्द्रसिंह आदि को शपथ दिलाई गई। अपने संबोधन में सदर विधायक दयाशंकर वर्मा ने भाविप के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा परिषद ने जो भी प्रकल्प चुने हैं वे भारतीय संस्कृति का पोषण करने के साथ-साथ समाज के वंचित तबके की सेवा में समर्पित हैं।एसडीएम गफ्फार ने कहा समाज सेवा का जज्बा खुद-ब-खुद दिल में पैदा होता है। मुख्य वक्ता भाविप जोन-5 के अध्यक्ष कुंजबिहारी गुप्ता ने कहा भाविप का दर्शन ही स्वामी विवेकानंद से प्रेरित है। परिषद उन्हीं के अधूरे कार्यों को पूरा करने में लगी है। संचालक राजीव रेजा ने बताया भाविप ने विकास मित्रों के रूप उपवन कुमार सिंह, राजीव रेजा, गुरूनारायण सिंह को चयनित किया है। समारोह में राधेश्याम दांतरे, विज्ञान विशारद सीरौठिया, डॉ0 एल आर श्रीवास्तव, कढोरेलाल यादव, कल्लू टॉप, सुनीलकांत तिवारी, नरोत्तम स्वर्णकार, देवेन्द्रकुमार द्विवेदी आदि मौजूद रहे।