कोंच (जालौन)। निकाय चुनाव को लेकर यद्यपि अभी न तो आरक्षण की ही तस्वीर साफ है और न ही अधिसूचना जारी हुई है किंतु पिछड़ी महिला का आरक्षण मान कर चल रहे संभावित दावेदार घर-घर जाकर अपनी फिजां बनाने में जुटे हैं। राजनीतिबाजों ने अपनी गैर राजनैतिक पत्नियों को प्रोमोट करना शुरू कर दिया है और जो पार्टियां चुनाव में सिंबल बांट रही हैं उनके नेताओं की गणेश परिक्रमा का दौर तेज हो गया है।
निकाय चुनाव के लिये बसपा ने जो आरक्षण तय किया था उसके लिहाज से कोंच निकाय अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित किया गया था, किंतु सपा शासन आते ही उसमें नुक्ताचीनी करके सपा ने इसे पिछड़ी महिला के खाते में डाल दिया। इसके बाद आपत्तियों का सिलसिला चला और अभी तक अंतिम आरक्षण की स्थिति साफ नहीं हो सकी है। फिलवक्त न तो आरक्षण का ही कुछ अता-पता है और न ही चुनाव की अधिसूचना ही अभी तक जारी हो सकी है किंतु पिछड़ी महिला का ही आरक्षण मान कर चल रहे तीरंदाज अपने-अपने तूणीरों में से वाण निकाल कर संधान करने में लग गये हैं। राजनीतिबाज खुद तो चुनाव लड़ पाने से दूर हैं लिहाजा उनकी गैर राजनैतिक पत्नियां घरों के चौकों से निकल कर सार्वजनिक आयोजनों में शिरकत करके ऐसा आभास जरूर करा रही हैं कि उनके वे न सही कम से कम वह तो मैदान संभाल ही सकती हैं। जिन लोगों के मैदान में आने की सम्भावनायें बलवती हैं वे हैं सपा नेता सरनाम सिंह यादव की पत्नी, दरिद्र नारायण सेवा समिति के संयोजक कढोरेलाल यादव की पत्नी, सेठ मुमताज की पत्नी, अधिवक्ता मुश्ताक की पत्नी, संघ के नगर कार्यवाह शैलेष सोनी की पत्नी, भाजपा नेता महेन्द्र सोनी की पूर्व सभासद पत्नी, कांग्रेसी नेता पूर्व सभासद ओमी कुशवाहा की पत्नी, महान दल के नेता वीरसिंह कुशवाहा की पत्नी, फोटोग्रफर कल्लू टॉप की पत्नी, पूर्व सभासद राजेश्वरी यादव। इन लोगों ने न सिर्फ बकायदा बतौर प्रत्याशी खुद को प्रस्तुत करना शुरू कर दिया है बल्कि भाजपा, कांग्रेस और महान दल में तो बाकायदा टिकिट के लिये उच्च स्तर पर गणेश परिक्रमा का दौर भी जारी है।