उरई (जालौन)। पेट दर्द की बीमारी से परेशान 38 वर्षीय विवाहिता ने ट्रेन के आगे छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस से सूचना पाकर आए पति व बच्चे फूट फूटकर रोते रहे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला इंदिरानगर निवासी दिनेश सिंह की पत्नी श्रीमती अंजू यादव तीन साल से पेट दर्द की बीमारी से परेशान थी। पति के मुताबिक उसने बहुत इलाज करवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मंगलवार की रात घर के लोग सो गए तो अंजू चुपचाप घर से निकल गई और कुशीनगर एक्सप्रेस ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
उधर आंख खुलने पर पत्नी को घर में न पाकर दिनेश ने पुत्र अंकिल (17) तथा बेटी प्रिंसी (13) को जगाया और पत्नी को खोजने निकल गया। इधर ट्रेन चालक ने रेलवे स्टेशन पर महिला के आत्महत्या करने की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शिनाख्त हो जाने पर परिजनों को सूचना देकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका के पिता डकोर निवासी रामसेवक ने भी बताया कि अंजू बीमार रहती थी। इसी कारण उसने आत्महत्या की है।
दूसरी ओर पांच वर्षीय बच्ची के साथ महिला ने मालगाड़ी के आगे छलांग लगा दी। महिला की तो मौत हो गई लेकिन उसकी बच्ची गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद बाल-बाल बच गई।
शहर कोतवाली क्षेत्र के पटेलनगर अंबेडकर चौराहा निवासी दिलीप श्रीवास्तव की 30 वर्षीय पत्नी वंदना श्रीवास्तव ने बुधवार रात आठ बजे अजनारी फाटक के पास मालगाड़ी के सामने अपनी पांच वर्षीय पुत्री आर्या के साथ छलांग लगा दी। ट्रेन की चपेट में आकर वंदना की मौके पर मौत हो गई जबकि उसकी पांच वर्षीय बेटी आर्या गंभीर रुप से घायल हो गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।