उरई (जालौैैन)। बुधवार देर रात पेट्रोल की कीमत में साढ़े सात रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की खबर से महंगाई से जूझ रहे शहरी बेहद गुस्से में हैं। समाज के विभिन्न वर्गो ने मनमोहन सिंह सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा करते हुए जनविरोधी करार दिया है। लोगों का कहना है पेट्रोल महंगा होने से मध्यम वर्ग की तो कमर ही टूट जाएगी। इसका कारोबार पर भी बुरा असर पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश महामंत्री डा.दिलीप सेठ ने कहा पेट्रोल महंगा होने का
व्यापार पर भारी असर पड़ेगा। वह दिन दूर नहीं है जब अच्छे-अच्छे लोग साइकि ल से चलेंगे। बुंदेलखंड संग्रहालय के निदेशक डाक्टर हरिमोहन पुरवार ने कहा तीन चार वर्षों के दौरान हुई बढ़ोत्तरी से आम और मध्यम वर्ग का जीना मुश्किल हो गया है। केंद्र सरकार केवल मध्यम लोगों को सिर्फ निचोड़ने में लगी है। सर्जन डा.रमेश चंद्रा ने कहा बार बार पेट्रोल की बढ़ोत्तरी से वह दिन दूर नहीं जब मध्यम वर्ग बाइक व कार को कम से कम इस्तेमाल करेगा। पेट्रोल के दाम बढ़ने से महंगाई बढ़ेगी। इंफोपार्क के निदेशक अभय द्विवेदी ने कहा तमाम छात्र, छात्राएं बाइक और स्कूटी की जगह साइकिल या पैदल चलने के लिए मजबूर हो जाएंगी।
दुकानदार शिवाकांत अग्निहोत्री कहते हैं पहले सामान घटने परतत्काल बाइक से बाजार जाकर ले आते थे। अब उन्हें पैदल दुकान का सामान लेने जाना पड़ेगा। शिक्षक नेता युद्धवीर सिंह कंथरिया ने कहा उन्हें उरई से 20 किलोमीटर दूर ग्राम मुसमरिया जूनियर हाईस्कूल आना जाना पड़ता है। अब कुछ और साधन ढूढ़ना होगा। रामजी दुबे काजू ने कहा उन्हे कुकरगांव से रोज सामान खरीदने उरई बाजार जाना पड़ता है। लेकिन अब पेट्रोल के दाम बढ़ने से परेशानी हो रही है। अब तो सामान लेने उरई बस से आना ही पड़ेगा और बाजार में पैदल ही चलना पड़ेगा।