उरई (जालौन)। भीषण गर्मी में डायरिया व बुखार के साथ अब खूनी दस्त व खूनी उल्टी का प्रकोप भी शुरू हो गया है। मंगलवार को जिला चिकित्सालय में खूनी उल्टी-दस्त के छह मरीज भर्ती किए गए। इनमें एक को गंभीर हालत में झांसी रिफर किया गया। आज डायरिया के भी 30 मरीजों को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया।
पिछले एक महीने से जिले में डायरिया व बुखार का प्रकोप थम नहीं रहा है। अब खूनी उल्टी-दस्त की आफत टूट पड़ी है। आज दुपहर शहर के सुशीलनगर निवासी कटोरी (60) को जिला चिकित्सालय लाया गया। कटोरी देवी को खूनी उल्टी-दस्त हो रहे थे। उसकी गंभीर हालत देख चिकित्सक ने झांसी मेडिकल कालेज रिफर कर दिया। इसके बाद इसी मर्ज से पीड़ित गांधी नगर निवासी पूनम (16), पाठकपुरा निवासी शबीना (50) आदि पांच अन्य मरीज जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी में पहुंचे। डा.एमएल नगरिया ने इसकी सूचना सीएमएस डा.खेमचंद्र को दी। डा.खेमचंद्र ने इमरजेंसी में पहुंचकर मरीजों को देखा व उपचार के संबंध में डा.नगरिया को निर्देश दिए।
डा.खेमचंद्र ने बताया कि इस तरह का रोग संक्रमण से होता है। इसे खूनी पेचिस कहते हैं। यह रोग उपचार के बाद ठीक हो जाता है। आज जिला चिकित्सालय में तिलकनगर निवासी शहबाज (15), हमीरपुर निवासी श्रीमती कौशल्या (55), कालपी निवासी कईफ (17), पटेलनगर निवासी सरमन देवी (50), मुन्नी (55), रहंसु (9), हरओम (5), बघौरा निवासी प्रिंस (2), ऐर निवासी शमीर मोहम्मद (30), राजेंद्र नगर निवासी माया देवी (40), कांती (40), सदनपुरी निवासी फोबिया (आठ माह), करसान निवासी संजीव (6), तुफैल पुरवा निवासी नितिक (2) आदि 30 मरीज भर्ती किए गए।