उरई (जालौन)। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पाल समाज के कद्दावर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीरामपाल को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया है। कालपी सीट से चार बार विधायक रह चुके पाल राज्यसभा में बसपा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके अलावा वह पार्टी के मंडलीय कोआर्डिनेटर भी रहे हैं।
बसपा के जिलाध्यक्ष मूलशरण कुशवाहा ने पार्टी की मुखिया द्वारा जारी किए गए निष्कासन पत्र को सोमवार को मीडिया के लिए जारी किया। श्रीराम पाल वर्ष 1993 में पहली बार बसपा सरकार में राज्यमंत्री बने थे । इसके बाद वर्ष 1996 में श्रीपाल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। हालांकि इसके बाद वह बसपा छोड़कर सपा में चले गए थे। जहां वे जिलाध्यक्ष भी रहे। दो वर्ष पूर्व ही पूर्व मुख्यमंत्री ने उनको पार्टी में शामिल कराया और राज्यसभा सदस्य बनवाया था।