उरई (जालौन)। पैसे की खातिर ईमान बेचने वालों की भले ही भरमार हो लेकिन समाज में आज भी ऐसे लोग हैं जो मेहनत की ही खाते हैं। इसकी मिसाल पेश की है शहर के इंद्रानगर निवासी गौरव प्रजापति ने जो आटो चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
हुआ यूं कि सोमवार को स्टेशन पर यात्रियों को छोड़ने के बाद जब उनकी नजर आटो की डिग्गी पर पड़ी तो उसमें एक बैग पड़ा था जो किसी यात्री का था पर उनकी नीयत नहीं डोली। वह सीधे आटो लेकर कोतवाली पहुंचे जहां सूबेदार सिंह को यात्री का बैग सौंप दिया। कोतवाल ने बैग खोलकर देखा तो उसमें कीमती साड़ियां व कपड़े थे। पुलिस को अब यात्री का इंतजार है। लोग आटो चालक की ईमानदारी की तारीफ करते नहीं अघा रहे हैं।