उरई (जालौन)। समाजवादी पार्टी के गरौठा (झांसी) विधान सभा क्षेत्र के विधायक तथा लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपनारायन सिंह यादव उर्फ दीपक व बसपा के पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत ने झांसी मंडल के डीआईजी एसएन सिंह से शिकायत की है कि शिक्षक शिवकुमार सोनी अपहरण कांड में एसओजी निर्दोष लोगों को सता रही है।
दीपनारायन व बसपा के पूर्व राज्यसभा सांसद गंगाचरण राजपूत ने अलग अलग समय डीआईजी से वार्ता की। इन दोनों नेताओं ने कहा कि अपहृत शिक्षक के बड़े भाई डाक्टर उमाशंकर सोनी बालू का घाट चलाते रहे हैं। लेन-देन को लेकर उनकी बालू सिंडीकेट से रंजिश चली आ रही है। हो सकता है कि उनमें से किसी ने अपना उधार वापस पाने के लिए उनके छोटे शिक्षक भाई का अपहरण किया हो। उमाशंकर ने अपने छोटे भाई के अपहरण में दो लोगाें पर शक जताया था, लेकिन उनकी प्रदेश शासन में ऊंची पहुंच होने के कारण जिले की पुलिस या एसओजी इनसे पूछताछ तक नहीं कर रही है जबकि दूसरी ओर थाना चुर्खी के ग्राम ककहरा में कुशवाहा बिरादरी के लोगों के घर में घुसकर महिलाओं से अभद्रता की जा रही है।
ग्राम ककहरा के प्रधान इंद्रपाल सिंह को एसओजी टीम गोपनीय ढंग से घर से उठा ले गई। उन्हें डकोर थाने में रखा, लेकिन परिजनों को इसकी कोई सूचना नहीं दी। एसओजी व पुलिस ने प्रधान इंद्रपाल सिंह के साथ मारपीट भी की थी, लेकिन जब कोई सबूत हाथ नहीं लगे तो प्रधान को छोड़ दिया। इसके बाद एसओजीटीम ने पूर्व प्रधान कृष्णपाल सिंह उर्फ सुन्नू को पकड़ा और इस कांड में गिरफ्तार काशीराम कुशवाहा व हल्के कुशवाहा को उनके सामने बैठाकर घंटो पूछताछ की। कोई नतीजा न निकलने पर उन्हें भी छोड़ना पड़ा।
शिक्षक के अपहरण में पुलिस अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन इस कांड के सरगना लक्ष्मी कढ़ेरे तथा उसके दाएं हाथ भूरे कुशवाहा उर्फ कंजे को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। न ही अपहरण के ढाई माह बाद शिक्षक को ही बरामद कर सकी है। दोनों नेताओं ने डीआईजी से कहा कि एसओजी को निर्दोषों का उत्पीड़न न करने की सख्त हिदायत दें। डीआईजी ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।