उरई (जालौन)। तेज गर्मी के बीच डायरिया का प्रकोप भी लगातार बढ़ता जा रहा है। चढ़ते पारे के बीच गुरुवार को इस बीमारी से पीड़ित करीब 200 मरीजों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां गंभीर रुप से पीड़ित 25 मरीजों को भर्ती कर लिया गया। जबकि शेष को इलाज के बाद घर भेज दिया गया।उधर, गर्म हवाओं और लू के थपेड़े भी कम नहीं हो रहे। झांसी से रोडवेज की बस से लौट रहे एक बुजुर्ग की लू लगने के बाद तबियत बिगड़ गई। गंभीर हालत में उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।( तेज हवा के साथ लू चलने से जिले में डायरिया, बुखार व लू के मरीजों की तादाद भी बढ़ रही है। गुरुवार को जिला चिकित्सालय में डायरिया से पीड़ित करीब 200 मरीज पहुंचे। इसमें 25 मरीजों की हालत गंभीर होने के कारण भर्ती कराया गया । भर्ती होने वालों में पटेलनगर निवासी रियाज (1), सेंगर कुशवाहा (3), राजेपुरा निवासी राधा (15), रामनगर निवासी काशीराम (70), तपस्या 10 माह, सुशीलनगर निवासी दीपिका (22), तिलकनगर निवासी शबाना (30), काेंच निवासी पलक (8), राजेंद्रनगर निवासी आदित्य (10), अंश, अंजली, विजयनगर विासी कमर जहां, महावीरपुरा, निवासी सुधांशू, एट निवासी अंशू, महानपुरा निवासाी अलामिन, बहलपुरा निवासी श्रीमती बिंदेश्वरी, पाठकपुरा निवासी श्याममूर्ति, इंद्रानगर निवासी सागर तथा बघौरा निवासी आशा देवी आदि है। उधर,मोहल्ला राजेंद्रनगर निवासी बाबूराम राठौर (65) झांसी से बस द्वारा उरई आ रहे थे । इस बीच रास्ते में उन्हें लू गई है। जिससे वे बेहोश हो गए। बेहोशी की हालत में उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। डाक्टर अवनीश कुमार ने कहाकि भीषण गर्मी व लू में लोगों को चाहिए कि धूप में न निकले तथा पेय पदार्थों का सेवन न खूब करे। खाली पेट धूप में निकलने से हीट स्टोक होने का खतरा है।