मुहम्मदाबाद (जालौन)। एक महीना पहले भीषण आंधी और ओलों से छिन्न-भिन्न हुई डकोर क्षेत्र की बिजली व्यवस्था अभी भी पटरी पर नहीं आ पाई है। इससे लोग भारी दिक्कतें झेल रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र तक की बिजली दुरुस्त नहीं की गई है। इससे मरीज तो बेहाल हैं ही, दवाइयां भी खराब हो रही हैं।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डकोर में बिजली न आने से मरीजों की हालत बहुत खराब है। बिजली न आने से वैक्सीन आदि दवाएं खराब हो रही हैं। स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मुहाना की पार्वती ने बताया कि गर्मी की वजह से उसकी तबीयत और बिगड़ रही है। यहां जेनरेटर की सुविधा भी नहीं है। साथ आए परिजन ही हाथ से पंखा झलकर उसे राहत देने में जुटे रहते हैं। हालत यह है कि मरीजों को रात में दो पल चैन के नसीब नहीं हो रहे हैं।
मरीजों में अलीबक्श, नसरीन, रामकुमार, कल्लू, प्रवेश, जयकिशुन, दीपा, प्रियंका, नेता आदि का कहना है कि इमरजेंसी व प्रसव के मरीजों को रात में भारी कठिनाई हो रही है। उनका कहना है कि अस्पताल में तो हर समय बिजली होनी ही चाहिए, पर प्रशासन और विभाग को इसकी रत्ती भर भी परवाह नहीं है। उन्होंने मांग की डकोर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बिजली व्यवस्था जल्द बहाल की जाए।
इस बाबत स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डाक्टर वीरप्रताप का कहना है कि वह अपने विभाग व बिजली अधिकारियों को यह समस्या कई बार बता चुके हैं, मगर अभी तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इससे मरीजों और उनके तीमारदारों का गुस्सा उन्हें झेलना पड़ रहा है।
मुहम्मदाबाद (जालौन)। एक महीना पहले भीषण आंधी और ओलों से छिन्न-भिन्न हुई डकोर क्षेत्र की बिजली व्यवस्था अभी भी पटरी पर नहीं आ पाई है। इससे लोग भारी दिक्कतें झेल रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र तक की बिजली दुरुस्त नहीं की गई है। इससे मरीज तो बेहाल हैं ही, दवाइयां भी खराब हो रही हैं।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डकोर में बिजली न आने से मरीजों की हालत बहुत खराब है। बिजली न आने से वैक्सीन आदि दवाएं खराब हो रही हैं। स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मुहाना की पार्वती ने बताया कि गर्मी की वजह से उसकी तबीयत और बिगड़ रही है। यहां जेनरेटर की सुविधा भी नहीं है। साथ आए परिजन ही हाथ से पंखा झलकर उसे राहत देने में जुटे रहते हैं। हालत यह है कि मरीजों को रात में दो पल चैन के नसीब नहीं हो रहे हैं।
मरीजों में अलीबक्श, नसरीन, रामकुमार, कल्लू, प्रवेश, जयकिशुन, दीपा, प्रियंका, नेता आदि का कहना है कि इमरजेंसी व प्रसव के मरीजों को रात में भारी कठिनाई हो रही है। उनका कहना है कि अस्पताल में तो हर समय बिजली होनी ही चाहिए, पर प्रशासन और विभाग को इसकी रत्ती भर भी परवाह नहीं है। उन्होंने मांग की डकोर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बिजली व्यवस्था जल्द बहाल की जाए।
इस बाबत स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डाक्टर वीरप्रताप का कहना है कि वह अपने विभाग व बिजली अधिकारियों को यह समस्या कई बार बता चुके हैं, मगर अभी तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इससे मरीजों और उनके तीमारदारों का गुस्सा उन्हें झेलना पड़ रहा है।