उरई (जालौन)। सोने की नकली गिन्नी बेचकर लोगों को ठगने वाले गिरोह के तीन ठगों को एसओजी ने गिरफ्तार कर उनके कब्जे से जाइलो और तीन नकली सिक्के बरामद किए हैं। जबकि गैंग लीडर मौके से भाग निकला। यह गिरोह अंतर प्रांतीय ठग है जो लखनऊ, दिल्ली, मध्यप्रदेश आदि में भी कई लोगों के साथ ठगी कर चुका है।
कोतवाली सभागार में मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में क्षेत्राधिकारी सदर ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि कालपी के रामचबूतरा निवासी जहीर बेग उर्फ चुन्ना 27 जनवरी को वह शहर के कालपी बस स्टैंड पर खड़ा था तभी एक जाइलो गाड़ी आकर रुकी और उसमें बैठे दो लोगों ने मुझे सोने की गिन्नी दस हजार रुपए में देने की बात कही। लालच में आकर उसने वह गिन्नी 10 हजार रुपए में खरीद ली। जब उसने सुनार को गिन्नी दिखाई तो वह नकली निकली। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर गाड़ी की जानकारी की तो वह रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम हुसेपुरा जागीर निवासी मेड़ेखान की थी। इस मामले में एसपी नितिन तिवारी ने एसओजी प्रभारी राजेंद्र सिंह भदौरिया को लगाया। उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि मंगलवार को उक्त जाइलो गाड़ी जालौन रोड बाइपास के पास देखी गई है। एसओजी प्रभारी ने टीम के साथ दबिश देकर जाइलो सवार पप्पू खान निवासी शाहगंज जालौन, फिरोज खान पुत्र सदीक खान, फिरोज खान पुत्र तौफीक निवासी ग्राम हुसेपुरा थाना रामपुरा को पकड़ लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से दो सोने के नकली सिक्के, तीन मोबाइल व जाइलो बरामद कर ली। जबकि गैंगलीडर मेडेखान, अंसुल खान तथा तालिब खान फरार हो गए।