प्रशांत भारती
हाथरस। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत ओडीएफ प्लस के तहत जिले की 66 ग्राम पंचायतों में अब स्वच्छता संसाधन केंद्र बनाए जाएंगे। इन केंद्रों में सोख पिट, वर्मी कंपोस्ट पिट का निर्माण किया जाएगा। इन केंद्रों पर ग्राम पंचायत से एकत्रित कूूडे़ को अलग कर जैविक खाद के रूप में प्रयोग में लाने के लिए तैयार किया जाएगा। इस क्रम में ब्लॉक पर पीडब्लूएमयू यूनिट तैयार की जाएगी। इस यूनिट में ग्राम पंचायतों से पृथक किए गए कूडे़ को जैविक खाद बनाने के लिए भेजा जाएगा।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त किया गया था। इन ग्राम पंचायतों को ओडीएफ घोषित किया गया था। अब ओडीएफ प्लस के तहत ग्राम पंचायतों को इसके लिए तैयार किया जा रहा है। ओडीएफ प्लस के तहत जिले की 66 ग्राम पंचायतों में स्वच्छता संसाधन केंद्र बनाए जा रहे हैं। इन केंद्रों पर सोख पिट, वर्मी कंपोस्ट पिट बनाए जाएंगे।
इसके बाद ग्राम पंचायतों से एकत्रित गीले और सूखे कूड़े को यहां अलग-अलग किया जाएगा। इस कूडे़ से जैविक खाद बनाई जाएगी, जिससे ग्राम पंचायत की आमदनी का जरिया बन सके। प्रत्येक ब्लॉक में एक-एक पीडब्लूएमयू यूनिट बनाई जा रही है। प्लास्टिक बेस्ट मैनजमेंट यूनिट के जरिये ग्राम पंचायतों से एकत्रित प्लास्टिक कूड़े को सदुपयोग करने के लिए तैयार किया जाएगा। पंचायतराज विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2022-23 में 216 स्वच्छता संसाधन केंद्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। संवाद
स्वच्छता संसाधन केंद्र के निर्माण के लिए संबंधित ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वहीं ब्लॉक पर भी पीडब्लूएमयू यूनिट का निर्माण जल्द पूर्ण होगा।
-जीडी जैन, जिला पंचायतराज अधिकारी