हाथरस। मौसम ने शनिवार की दोपहर को एकाएक करवट बदली। धूल भरी हवाओं के साथ घिरकर आए बादल तेजी से बरस पड़े। करीब 15 मिनट तक हुई तेज बारिश ने कुछ देर के लिए तो जनजीवन को भीषण गरमी से राहत दे दी, लेकिन अगले ही पल तेज धूप खिलने से निकली उमस ने जनजीवन के छक्के छुड़ा दिए। उमस और भभके ने लोगों को बेचैन कर दिया और लोग राहत के लिए छटपटाते नजर आए। आसमान पर शनिवार की दोपहर करीब ढाई बजे एकाएक धुंध छा गई। चौतरफा घिरकर आई इस धुंध ने गरमी के तेवर कुछ नरम कर दिए। ठंडी हवाओं के झोंकों से मौसम खुशनुमा हो गया, लेकिन थोड़ी ही देर बाद बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। करीब 15 मिनट तक झमाझम बारिश से मौसम ठंडा हो गया, लेकिन जैसे ही बारिश थमी, बादलों की धुंध छंट गई और तेज धूप खिल आई, जिससे माहौल में उमस और बेचैनी बढ़ गई। उमस से भीगी जमीन से इस कदर भभका निकला कि मारे उमस और चिपचिपाहट के लोगों की हालत खराब हो गई। पंखे और कूलर की हवा भी उन्हें गरमी से राहत देने में नाकाफी साबित हो रही थी। उमस ने लोगों की बेचैनी बढ़ा दी है और वह राहत के लिए तरह-तरह के यत्न करते हुए दिखाई दिए। दुपहर को एकाएक हुई बारिश ने बाजारों को अस्त-व्यस्त कर दिया। बारिश होते ही दुकानदारों ने अपनी दुकानों और फड़ों पर लगा सामान समेटना शुरू कर दिया। आनन-फानन बाजारों की पटरियां पूरी तरह साफ हो गईं और सड़कें सूनी हो गईं। ग्राहक भी बारिश से बचने के लिए इधर-उधर भाग छूटे। जिसे जहां जगह मिली, वहीं खड़ा हो लिया और बारिश थमने का इंतजार करने लगा। बारिश थमने के बाद ही बाजार में आवाजाही चालू हो सकी। दुकानदारों को दुकानें फिर से सजानी पड़ीं। कुल मिलाकर चंद मिनट की इस बारिश ने लोगों को राहत से ज्यादा परेशानी दे दी।