हाथरस/सहपऊ। सहपऊ चौराहे पर कोल्ड स्टोर में लगी आग से बर्बाद हुए आलू के मुआवजे के लिए अब कोल्ड मालिकों पर दबाव बढ़ गया है। शुक्रवार की रात को लगी इस आग में कोल्ड स्टोर में रखा किसानों का 40 हजार बोरे आलू बर्बाद हो गया है। शनिवार को कोल्ड स्टोर में लगी आग का हश्र देखने के लिए कोल्ड स्टोर पर किसानों का तांता लगा रहा। किसान अपने आलू की बर्बादी देखकर खासे परेशान थे। इस साल आलू के अच्छे रेटों की वजह से किसानों ने अपना यह आलू कोल्ड स्टोर में यह सोचकर रोक रखा था कि जैसे ही रेट सबसे ज्यादा हाई होंगे, वैसे ही वह अपना आलू बेचकर मुनाफा कमा लेंगे, लेकिन आग ने कोल्ड स्टोर में आलू रखने वाले किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। किसानों में इसे लेकर गुस्सा भी है। किसानों का कहना था कि इतने बड़े कोल्ड स्टोर में आखिर आग से सुरक्षा का कोई इंतजाम क्यों नहीं किया गया। किसानों का कहना है कि आलू की जो कीमत उन्हें बाजार में बेचकर मिल सकती थी, वह मुआवजे से भी नहीं मिल पाएगी यानि उन्हें लागत के बराबर भी पैसा मुआवजे के रूप में नहीं मिल पाएगा। ऐसे में उनका इतने दिनों तक कोल्ड स्टोर में आलू रखने का क्या फायदा हुआ। इससे तो बेहतर वह पहले ही अपना आलू बेच देते तो शायद यह दिन नहीं देखना पड़ता। अब किसानों का कहना है कि प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह कोल्ड मालिकों से उन्हें अपने आलू का बाजिव मुआवजा दिलवाएं। अगर वक्त पर मुआवजा नहीं मिला तो उनकी नई फसल की बुवाई प्रभावित होगी।