सिंकदराराऊ। जुए में पकड़े गए रुपये और ताश गड्डी सील करने में मदद न करने पर थाने में तैनात मुंशी और एसएसआई में जमकर नोकझोंक हुई। बताया जाता है कि एसएसआई और मुंशी के बीच विवाद बढ़ता देखकर कोतवाली में मौजूद सीओ राजपाल सिंह गाड़ी में बैठकर भाग निकले। बाद में एसएसआई की शिकायत पर एसपी ने मुंशी को लाइन हाजिर कर दिया। बता दें कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पुरानी सब्जी मंडी में जुए का फड़ लगता है। जुए में काफी पैसे लगते हैं। मुखबिर की सूचना मिलते ही एसएसआई दिनेश दुबे ने पुलिस बल के साथ मंगलवार को दोपहर में सब्जी मंडी में छापा मारा। पुलिस को देखते ही जुआरी भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर तीन जुआरियों को पकड़ लिया। पुलिस ने फड़ से साढ़े चार सौ रुपये और ताश गड्डी बरामद की। पुलिस तीनों जुआरियों को पकड़ कर कोतवाली ले आई। पकड़े गए जुआरियों ने अपने नाम हलीम पुत्र बसीम, जाकिर पुत्र बाबू खां और खलील पुत्र सूफी बताए। बताया जाता है कि थाने में तैनात मुंशी चतुर्वेद छापे के दौरान पकड़े गए रुपये और ताश गड्डी को शील कर रहे थे। इस पर मुंशी ने अपने साथी मुंशी वकील खां से रुपये और ताश गड्डी शील करने में मदद मांगी। इस पर मुंशी ने मना कर दिया। मुंशी के मना करने पर एसएसआई और मुंशी वकील खां में नोकझोंक हो गई। बताया जाता है कि मुंशी और एसएसआई में विवाद बढ़ता देख कोतवाली में तैनात सीओ अपनी गाड़ी में बैठ कर चले गए। बाद में एसएसआई ने इसकी शिकायत एसपी हैप्पी गुप्तन से कर दी। एसपी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मुंशी को लाइन हाजिर कर दिया।
सिंकदराराऊ। जुए में पकड़े गए रुपये और ताश गड्डी सील करने में मदद न करने पर थाने में तैनात मुंशी और एसएसआई में जमकर नोकझोंक हुई। बताया जाता है कि एसएसआई और मुंशी के बीच विवाद बढ़ता देखकर कोतवाली में मौजूद सीओ राजपाल सिंह गाड़ी में बैठकर भाग निकले। बाद में एसएसआई की शिकायत पर एसपी ने मुंशी को लाइन हाजिर कर दिया। बता दें कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पुरानी सब्जी मंडी में जुए का फड़ लगता है। जुए में काफी पैसे लगते हैं। मुखबिर की सूचना मिलते ही एसएसआई दिनेश दुबे ने पुलिस बल के साथ मंगलवार को दोपहर में सब्जी मंडी में छापा मारा। पुलिस को देखते ही जुआरी भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर तीन जुआरियों को पकड़ लिया। पुलिस ने फड़ से साढ़े चार सौ रुपये और ताश गड्डी बरामद की। पुलिस तीनों जुआरियों को पकड़ कर कोतवाली ले आई। पकड़े गए जुआरियों ने अपने नाम हलीम पुत्र बसीम, जाकिर पुत्र बाबू खां और खलील पुत्र सूफी बताए। बताया जाता है कि थाने में तैनात मुंशी चतुर्वेद छापे के दौरान पकड़े गए रुपये और ताश गड्डी को शील कर रहे थे। इस पर मुंशी ने अपने साथी मुंशी वकील खां से रुपये और ताश गड्डी शील करने में मदद मांगी। इस पर मुंशी ने मना कर दिया। मुंशी के मना करने पर एसएसआई और मुंशी वकील खां में नोकझोंक हो गई। बताया जाता है कि मुंशी और एसएसआई में विवाद बढ़ता देख कोतवाली में तैनात सीओ अपनी गाड़ी में बैठ कर चले गए। बाद में एसएसआई ने इसकी शिकायत एसपी हैप्पी गुप्तन से कर दी। एसपी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मुंशी को लाइन हाजिर कर दिया।