सिकंदराराऊ। मोहल्ला नगला शीसगर निवासी किशोर को मंगलवार की रात 11 बजे कासगंज मार्ग से गाड़ी सवार बदमाशों ने अपहरण कर लिया। हालांकि बदमाशों को चकमा देकर वह भाग आया। रात भर बदमाश उसे मारहरा (एटा) के गांव मोहपुरा की ओर ले गए तथा कमरे में बंद कर दिया। कोतवाली पुलिस रात भर किशोर को ढूंढते रही, लेकिन कुछ पता नहीं चला सका। मोहल्ला नगला शीसगर निवासी तारिक पुत्र बशीर अहमद (16 वर्ष) पंत चौराहे पर ढकेल लगाकर जूस बेचने का काम करता है। मंगलवार की रात करीब 11 बजे ढकेल बंद कर घर लौट रहा था। तभी बंद गाड़ी से मुंह ढके कुछ लोग उतरे और तारिक को पकड़ कर गाड़ी में डाल दिया। तारिक के अनुसार, इसके बाद तथा तेजी से कासगंज की तरफ दौड गये। तारिक के अनुसार, उसे मोहपुरा से मारहरा की तरफ ले गए तथा कोठरी में बंदकर सभी बदमाश शराब पीने लगे। इसी दौरान उसने मोबाइल से घर वालों को खबर दी थी उसे बचा लो पकड़ ले गए हैं। बात करते सुनने पर बदमाशों ने उससे मोबाइल छीन लिया। फोन आने के बाद घरवाले दौड़े-दौड़े कोतवाली पहुंचे। कोतवाल ने कई टीमें बनाकर रात में ही भागदौड़ प्रारंभ कर दी। सुबह पांच बजे तक पुलिस सिर्फ भागदौड़ ही करती रही, लेकिन लड़के का सुराग नहीं मिला। तारिक के अनुसार, सुबह उसने किसी तरह अपने बंधन खोल लिए तथा खेतों में दौड़ लगाता हुआ मोहनपुरा आ गया, जहां से वह ट्रक पर बैठकर कासगंज पहुंच गया। इसके बाद वह जीप में बैठकर सिकंदराराऊ आ गया। तारिक ने बताया कि बदमाश आपस में बात कर रहे थे कि गलत लड़का हाथ लग गया है, इसे छोड़ देते हैं, लेकिन उसके अन्य साथी कह रहे थे कि अब नहीं छोड़ना, मारेंगे। कोतवाल एनके यादव का कहना है कि पुलिस ने पूरी रात भागदौड़ की। युवक स्वयं ही लौट आया। मामले की तह में जाने के लिए गहन जांच की जाएगी। लोगों का कहना है कि लड़के के परिवार वाले इतने मालदार नहीं हैं कि पैसे के लिए उसका अपहरण किया जाता। दूसरे उसके परिवार की किसी से कोई रंजिश नहीं है, ऐसे में एक ही बात निकल कर आती है कि गलती से यह लड़का उठ गया।